करहल (मैनपुरी)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनैतिक गुरू चैधरी नत्थू ंिसंह यादव का भाव पूर्ण स्मरण कर दिल के कई राज वयां किये उन्होने यहां तक कहा कि आज मै जो कुछ भी मेम्बर साहब की बदौलत ही हॅू। उन्होने कभी सपने में भी नही सोचा था कि देष की इतनी बडी राजनीति करूॅगा। लेकिन मेम्बर साहब ने उस समय जब बो मुझे राजनीति में लाय थे तभी लोहिया जी से कह दिया था कि मै आपको देष की राजनीति करने बाला नौजबान दे रहा हॅू।
सपा मुखिया नरसिंह यादव इण्टर कालेज के मैदान पर आयोजित श्रंद्धाजलि सभा में अपने 35 मिनट के संम्बोधन में दो-चार मिनट ही देष की राजनीति पर बोले बाकी समय उनका संम्बोधन अपने गुरू नत्थू सिंह यादव के इर्द गिर्द घूमता रहा उन्होने अपने पूरे राजनैतिक जीवन पर चर्चा की। उन्होने बताया कि जब पहली बार जसवन्तनगर से उनका नाम चुनाव लडने के लिय आया तो उन्हे बहुत आश्चर्य हुआ क्योकि जब शिकोहाबाद में लोहिया जी और मेम्बर साहब की मुलाकात हुई तभी मेम्बर साहव ने मेरा नाम जसवन्तनगर से प्रस्तावित कर दिया। जिस पर मेरे साथ-साथ लोहिया जी को भी बहुत आश्चर्य हुआ लोहिया जी ने मेम्बर साहब से कहा जब आपकी उम्र राजनीति करने बाली आयी है। तव आप सीट क्यो छोड रहे है। इस पर मेम्बर साहब ने उन्हे जबाब दिया कि बे ऐसे नौजबान को राजनीति में ला रहे है। जो भविष्य में देष की बडी राजनीति करेगा।
उन्होने मंच से सहज रूप से स्वीकार किया कि उन्हे भरोसा नही था कि वह प्रदेष के मुख्यमंत्री एवं देष के रक्षा मंत्री बनेगे। ये सपना शायद मेम्बर साहब का था किन्तु उन्हे अफशोष है कि जब मेम्बर साहब का सपना पूरा हुआ तब इस दुनिया में नही थे। उन्हे बहुत खुषी होती यदि आज बे हम लोगो के बीच मे होते। उन्होने कहा कि मेम्बर साहव ने उन्हे छात्र जीवन से ही समझा और परखा कि ये नौजबान आगे तक जायेगा इसलिए उन्होने जसवन्तनगर सीट छोड कर मुझे लड़ाया और जिता कर लखनऊ तक पहुॅचाया पहलीवार वे सहकारिता मंत्री बने तब मेम्बर साहव ने मुझसे कहा था कि तुम्हारी मंजिल अभी और भी समाजवादी विचारा धारा को आगे ले जाने का काम तुम्हे करना है।
उन्होने कहा कि नत्थू सिंह यादव के त्याग और समर्पण की भावना के कायल लोहिया जी भी थे। उर्मदा(कन्नौज) की जनसभा में लोहिया जी ने कहा था कि यदि नत्थू सिंह यादव जैसे त्यागी पुरूष हमारी पार्टी में हो तो दिल्ली की कुर्सी पर कब्जा करना कोई बडी बात नही है। उन्होने कहा कि वह पूरी उम्र मेम्बर साहव के ऋणी रहेगें। उन्होने कहा कि मेम्बर साहब की विचार धारा को उनके पुत्र सुभाष यादव निभा रहे है। उन्हे कितनी भी व्यस्थतताएंे रहे किन्तु वह पुण्यतिथि पर जरूर आते रहेगें। उन्होने पार्टी के लोगो को नसीयत दी कि मेम्बर साहब की विचारा धारा पर चलते हुऐ निष्वार्थ भाव से राजनीति करें। यही उनके प्रति सच्ची श्रंद्धाजलि होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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