1. बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी द्वारा देश की समस्त राज्य पार्टी ईकाइयों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार व झारखण्ड राज्य को छोड़कर) के वरिष्ठ व जि़म्मेवार पदाधिकारियों की एक अति महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी संगठन को और ज़्यादा मज़बूत बनाने व सर्वसमाज में जनाधार को बड़े पैमाने पर बढ़ाने के साथ-साथ वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष्य के मद्देनज़र ज़रूरी दिशा-निर्देंश व इनपर पूरी तरह से अमल करने की सख़्त हिदायत,
2. भाजपा व्यापारियों व धन्नासेठों की पार्टी; इसी कारण इनके हित में काम करते हुये काला धन वापस लाकर देश के ग़रीबों में बांटने से पलट रही है व डीज़ल की क़ीमत को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त कर महँगाई को बढ़ाने वाला ‘‘जन-विरोधी‘‘ काम किया है: सुश्री मायावती जी
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर, 2014: बहुजन समाज पार्टी की देश की समस्त राज्य पार्टी ईकाइयों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार व झारखण्ड राज्य को छोड़कर) के वरिष्ठ व जि़म्मेवार पदाधिकारियों की एक अति महत्वपूर्ण बैठक आज यहाँ बी.एस.पी. के केन्द्रीय कार्यालय 4, गुरूद्वारा रकाबगंज रोड में सम्पन्न हुई, जिसमें बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने ख़ासतौर से पार्टी संगठन को और ज़्यादा मज़बूत बनाने, सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के साथ-साथ वर्तमान राजनीतिक परिपे्रक्ष्य के मद्देनज़र नये ज़रूरी दिशा-निर्देंश दिये और अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिये उन पर पूरी तन्मयता से अमल करने के लिये सख़्त निर्देंश भी दिये। इसके साथ-साथ राज्यवार, पार्टी संगठन के कार्यों की गहन समीक्षा भी की गई।
साथ ही अभी हाल ही में सम्पन्न हरियाणा व महाराष्ट्र राज्य विधानसभा आमचुनाव के परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि केन्द्र में बनी भाजपा की सरकार ने अपने पिछले लगभग पाँच महीने के कार्यकाल के दौरान अधिकांशतः यहाँ बड़े-बड़े पूँजीपतियों व धन्नासेठों के हित व फायदे के लिये ही समर्पित होकर काम करने का रिकार्ड बनाया है और देश के करोड़ों ग़रीबों, मज़लूमों, किसानों, दलितों, पिछड़ों व अपरकास्ट समाज के ग़रीब लोगों के हित व कल्याण के लिये अभी तक कुछ भी नहीं किया है, जिससे इन वर्गों के लोगांे में बहुत मायूसी है।
इतना ही नहीं, बल्कि देश में ज़बर्दस्त महँगाई, बढ़ती बेरोज़गारी को कम करने तथा ग़रीब लोगांे को पक्का मकान बनाकर देने, बिजली की ज़बर्दस्त कि़ल्लत को समाप्त करने आदि ऐसे अनेकों और चुनावी वायदों को पूरा करने के लिये अभी तक भी कोई ठोस काम नहीं किया गया है और ना ही इन लोक-लुभावन वायदों पर अमल करने हेतु सही नीयत से काम करते हुये कोई समुचित रूपरेखा ही बनायी गयी है।
इन सभी विफलताओं के बावजूद हरियाणा व महाराष्ट्र के वोटरों ने अगर भाजपा को उम्मीद से ज़्यादा सीटों पर जिताया है तो इसका साफ मतलब है कि वे लोग प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को अपना चुनावी वायदा पूरा करने के लिये थोड़ा और समय देना चाहते हैं, जिसकी मांग ना केवल स्वयं पी.एम. श्री नरेन्द्र मोदी बल्कि आर.एस.एस. के वरिष्ठ नेतागण भी जनता से करते रहे है। और यह हक़ीक़त भी है कि इन वायदों के पूरा नहीं होने से देश की आमजनता में भाजपा सरकार से काफी निराशा है।
परन्तु जहाँ तक विदेशों में जमा आकूत काला धन को वापस लाकर देशवासियों के बैंक खाते में तीन-तीन लाख रूपये देने के सबसे ज़्यादा प्रभावी चुनावी वायदे का सवाल है, इस मामले में श्री मोदी सरकार की ग़लत नीति व इस वायदे के मामले में अभी तक विफल होने की वजह से इनकी हर स्तर पर जो व्यापक किरकिरी व निन्दा हो रही है, वह इस बात को साबित करता है कि भाजपा ‘‘भ्रष्टाचार’’ को ख़त्म करने के मामले में गम्भीर नहीं है। इन कारणों से यह आशंका प्रबल होती जा रही है कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश पर केन्द्र के श्री मोदी सरकार ने एस.आई.टी. (विशेष जाँच दल) तो गठित कर दिया है, परन्तु केन्द्र सरकार के आपेक्षित सहयोग के अभाव में इसका भी अंजाम ‘‘ढाक के वही तीन पात‘‘ की कहावत को चरितार्थ करेगा, जैसाकि कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में भी होता रहा है।
साथ ही, भाजपा व्यापारी वर्ग व बड़े-बड़े धन्नासेठों की पार्टी है और उसी वर्ग को लाभ पहुँचाने के लिये ही केन्द्र सरकार ने एक और यू-टर्न लेते हुये डीज़ल की कीमत को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त कर दिया है। यह विशुद्ध रूप से महँगाई को और बढ़ाने वाला फैसला है और पूर्णरूप से ’’जन-विरोधी व किसान विरोधी’’ है।
इसके अलावा, ’स्वच्छ भारत’ के नाम पर कि़स्म-कि़स्म की नाटकबाज़ी की जा रही है। आज भी सार्वजनिक सफ़ाई के लिये वही सदियों पुरानी झाड़ू का ही सहारा लिया जा रहा है जबकि इसके लिये बेहतर होता कि समुचित धन की व्यवस्था करके नई मशीनों का इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाता ताकि इस पेशे में लगे लोगों को मुक्ति मिलती।
इतना ही नहीं बल्कि केन्द्र की भाजपा सरकार अपनी विफलताओं पर से देश की जनता का ध्यान हटाने के लिये हर दिन किस्म-किस्म की बयानबाज़ी करती रहती है जिनका ज़मीनी हक़ीक़तों से कोई लेना-देना नहीं होता है। इस प्रकार लोगांे को केवल वरग़लाने का ही काम श्री मोदी सरकार द्वारा लगातार किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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