सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता ‘विजमिक-2014’ का तीसरा दिन व्यक्तिगत व टीम प्रतियोगिताओं के नाम रहा। विजमिक-2014 के तीसरे दिन आज इण्डोनेशिया, फिलीपीन्स, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैण्ड एवं भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे बाल गणितज्ञों में पदक जीतने की होड़ लगी रही और देश-विदेश के सभी छात्रों ने अपने पूरे जोर-शोर व उत्साह से इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। जहाँ एक ओर व्यक्तिगत स्पर्धा में थाईलैण्ड व फिलीपीन्स के छात्रों को गणित के सवाल आसान लग रहे थे वहीं दूसरी ओर टीम प्रतियोगिता में दक्षिण अफ्रीका व भारत की टीमें आगे बढ़ती नजर आई। इन प्रतियोगिताओं में गणित की विभिन्न शाखाओं से जैसे अंकगणित, बीजगणित, रेखा गणित, सांख्यिकी इत्यादि से प्रश्न पूछे गये। अधिकतर सवाल रोजमर्रा के जीवन से सम्बन्धित थे जिससे छात्रों में और रुचि उत्पन्न हो।
इससे पहले आज प्रातःकालीन सत्र की शुरुआत सर्वधर्म एवं विश्व शान्ति प्रार्थन से हुई जिसके माध्यम से ईश्वरीय एकता व आध्यात्मिकता का आलोक प्रवाहित हुआ। इसके उपरान्त प्रतियोगिताओं का सिलसिला आरम्भ हुआ जिसके अन्तर्गत व्यक्तिगत प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के लगभग 168 बाल गणितज्ञों ने प्रतिभाग कर अपनी गणित क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया। 90 मिनट की इस प्रतियोगिता में अधिकतर प्रश्न तर्कसंगत एवं मानसिक योग्यता पर आधारित थे जिसमें गणित के प्रश्नों को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास किया गया है जिससे छात्रों में केवल किताबी ज्ञान के अलावा व्यावहारिक ज्ञान का विकास भी हो। इसी प्रकार समूह प्रतियोगिता में देश-विदेश के छात्रों ने अपनी गणितीय प्रतिभा का अभूतपूर्व प्रदशर्न किया। प्रतियोगिता में देश-विदेश की 50 छात्र टीमें शामिल हुई एवं प्रत्येक समूह में चार छात्र शामिल थे जिन्होंने सम्मिलित रूप से गणित के सवालों को हल किया। इन प्रतियोगिताओं की खास बात यह थी विभिन्न देशों के छात्रों को गणित के सवाल उन्हीं की मातृभाषा में उपलब्ध कराये गये जिससे प्रश्नों को समझने व हल करने में कोई पेरशानी न हो।
प्रतियोगिताओं के उपरान्त देश-विदेश से पधारे बाल गणितज्ञों ने दिल खोलकर अपने जज्बात जाहिर किये। फिलीपीन्स से पधारे छात्रों ने सी.एम.एस. के वातावरण की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें गणित में अपनी प्रतिभा संवारने के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय पर खरा उतरने का मौका मिला है जिससे भविष्य में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। इण्डोनेशिया से पधारे छात्रों ने कहा कि ‘विजमिक-2014’ में भाग लेकर उन्हें सबसे बड़ा लाभ यह हुआ है कि कई देशों के बच्चे उनके मित्र बन गये हैं। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे अन्य प्रतिभागी छात्रों का कहना था कि सी.एम.एस. एक अलग किस्म का स्कूल है, यहाँ हर तरफ एकता का ही माहौल है। इससे विभिन्नता में एकता का संदेश मिलता है जो हम अपने देश वापस ले जायेंगे।
फिलीपीन्स से पधारे प्रख्यात गणित विशेषज्ञ डा. साइमन एल. चुआ ने कहा कि सी.एम.एस. का वातावरण बहुत साफ सुथरा, शान्त व शैक्षिक है। गणित को यहाँ जो बढ़ाया दिया जा रहा है वह छात्रों के लिए अत्यन्त लाभदायक है। डा. चुआ ने कहा कि इस विषय को रोज की जिन्दगी से जितना जोड़ेंगे उतना ही हमें आसान लगेगा। अभी से छात्रों को हर चीज का बजट बनाकर चलना चाहिए और अपनी सोच वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित रखनी चाहिए। विजमिक-2014 की संयोजिका व सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. की प्रधानाचार्या श्रीमती मंशारमानी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता में कई देशों के बच्चे व गणित विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं जो इस बात का प्रमाण है कि यहाँ केवल पढ़ाई की गणित नहीं बल्कि एकता का गणित भी दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच और गणित के सिद्धान्तों से ही मनुष्य की प्रगति सम्भव है। गणित की कोई सीमा नहीं होती। यह सत्य की तरह अनन्त है। इसमें जितनी गहराई है, उतने ही फल देने की शक्ति भी, किन्तु इसके लिए वैज्ञानिक सोच भी जरूरी है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि कल 21 अक्टूबर को यह अन्तर्राष्ट्रीय ‘विजमिक-2014’ पुरस्कार वितरण समारोह के साथ सम्पन्न हो जायेगा। इस अवसर पर अपरान्हः 2.00 बजे प्रदेश के पाॅलिटिकल पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर देश-विदेश के विजयी प्रतिभागियों को पुरष्कृत कर सम्मानित करेंगे तथापि सी.एम.एस. छात्र देश-विदेश के बाल गणितज्ञों एवं प्रख्यात गणित विशेषज्ञों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक साँस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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