डिप्लोमा इंजीनियर्स द्वारा 17 अक्टूबर 2014 को प्रारम्भ किया गया धरना आज दूसरे दिन इं0 हामिद शेख मण्डल अध्यक्ष की अध्यक्षता में प्रारम्भ हुआ। धरने पर लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, सिंचाई वि0याँ0, जल निगम, आवास विकास परिषद, राज्य विद्युत परिषद, विकास प्राधिकरण, राजकीय निर्माण निगम, सेतु निगम आदि विभागों के सैकड़ों सदस्यों ने भाग लिया।
आज आन्दोलन के क्रम में दो दिवसीय धरने की समाप्ति करते हुए महासंघ के महासचिव इं0 एस0के0 पाण्डेय ने बताया की 31 अक्टूबर को 10 सूत्रीय समस्याओं के निराकरण के लिए मण्डल स्तर पर डिप्लोमा इंजीनियर्स कमिश्नर कार्यालय पर धरना देकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेगें।
धरने को सम्बोधित करते हुए उ0प्र0 डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष इं0 एस0पी0 मिश्रा ने अवगत कराया कि मात्र डिप्लोमा इंजीनियर ही एक ऐसा संवर्ग है जिसके अधिकतर सदस्य जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त होकर उसी पद पर 35 से 40 वर्ष की सेवा करके सेवानिवृत्त हो जाते हैं तथा उनकी प्रोन्नति नहीं हो पाती है। जबकि अन्य संवर्ग सेवाकाल में तीन से चार प्रोन्नतियाँ ले लेते हैं। प्रोन्नतियों के ठहराव के कारण ही उत्तर प्रदेश सरकार ने हमें प्रोन्नति के स्थान पर प्रोन्नत वेतनमान देने का निर्णय लिया था परन्तु 6ठें वेतन आयेग में प्रोन्नत वेतनमान की व्यवस्था को समाप्त करके ए0सी0पी0 व्यवस्था लागू कर दिए जाने से प्रोन्नत वेतनमान की व्यवस्था समाप्त कर दी गयी, जिससे जूनियर इंजीनियरों की प्रोन्नतियाँ न हो पाने के कारण प्रोन्नत वेतनमान दिए जाने वाली व्यवस्था का उ0प्र0 शासन से समझौता समाप्त हो गया। इस प्रकार हमारी तीन प्रोन्नत वेतन की मांग कोई नई मांग नहीं है, वरन पुराने समझौतों को लागू करने के लिए हमें संघर्ष करना पड़ रहा है। हम सदैव वार्ता के माध्यम से अपनी बात रखने के पक्षधर रहे हैं, परन्तु वर्तमान सरकार ने हमें अपनी जायज़ बात रखने हेतु विगत दो वर्ष से समक्ष स्तर की वार्ता का अवसर भी प्रदान नहीं किया, जिसके कारण हमें संघर्ष करना पड़ा। हमारे संघर्ष की मुख्य माँगे पूरे सेवा काल में कम से कम तीन प्रोन्नतियाँ प्रदान करना, प्रारम्भिक ग्रेड वेतन 4800 प्रदान करना तथा पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करना तथा निगम/परिषदों को भी राजकीय विभागों के समकक्ष सुविधा प्रदान करना है।
इं0 एस0के0 पाण्डेय महासचिव ने अवगत कराया कि आज हमारे संघर्ष ने प्रथम चरण का अंतिम दिवस है। आज अपरान्ह प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों पर रैली निकाल कर जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन भेजा जायेगा तथा 31 अक्टूबर को प्रदेश में समस्त मण्डल मुख्यालायों पर एक दिवसीय धरना देकर आयुक्त के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन भेजा जायेगा। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री जी से यह भी अपील की हमारी सक्षम स्तर पर वार्ता कराकर जायज़ मांगों का समय से निराकरण कराने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने की कृपा करें। ताकि हड़ताल जैसे अप्रिय निर्णय के लिए हम लोगों को विवश न होना पड़े।
धरना स्थल पर मुख्य रूप से इं0 ओ0पी0 राय महासचिव सिंचाई सिविल, इं0 दिवाकर राय वरिष्ठ उपाध्यक्ष लो0नि0वि0, इं0 आर0के0 भाटिया अध्यक्ष सिंचाई वि0याँ0, इं0 धर्मेन्द्र प्रकाश महासचिव ग्रा0अ0वि0, इं0 सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव अध्यक्ष लघु सिंचाई, इं0 मिर्जा फिरोज शाह अध्यक्ष रा0नि0नि0, इं0 एस0डी0 द्विवेदी महामंत्री रा0नि0नि0, इं0 कमलेश्वर तिवारी अध्यक्ष आ0वि0प0, इं0 राजीव श्रीवास्तव महासचिव आ0वि0प0, इं0 आर0पी0 गुप्ता महासचिव जल निगम, के अतिरिक्त विभिन्न घटक संघों के मण्डलीय पदाधिकारियों एवं श्रीलाल मण्डल सचिव, इं0 पंकज मौर्य जनपद अध्यक्ष, इं0 नरेश कुमार मीडिया प्रभारी, इं0 सुनील दत्त, इं0 एस0के0 त्रिपाठी क्षेत्रीय अध्यक्ष के अतिरिक्त विभिन्न घटक संघों आदि ने भी सम्बोधित किया। अन्त में माननीय मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के नामित प्रतिनिधि को देकर सभा एवं प्रथम चरण के संघर्ष का समापन किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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