उ0प्र0 सरकार ने प्रदेश के समस्त जनपदों में सक्रिय सहकारी दुग्ध समितियांे एवं दुग्ध संघों के प्रभारियों एवं दुग्ध महाप्रबंधकों को दुग्ध उपार्जन तथा दुग्ध उत्पादों की बिक्री में रिकार्ड वृद्धि करने के निर्देश दिये हैं। सहकारी दुग्ध समितियों के इकाई प्रभारियों और जिला दुग्ध विकास प्रबंधकों एवं दुग्ध विकास अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त पुशपालकों, दुग्ध उत्पादकों एवं किसानों से सीधा सम्पर्क करके उनके दुधारू पशुओं द्वारा उत्पादित दुग्ध का उपार्जन करने के निर्देश दिये हैं।
यह निर्देश प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री मा0 श्री राममूर्ति वर्मा ने आज यहां सचिवालय लखनऊ स्थित तिलक हाल में आयोजित दुग्ध विकास विभाग के कार्यों/योजनाओं की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में दिये।
दुग्ध विकास मंत्री श्री वर्मा ने समस्त सहकारी दुग्ध समितियांे के इकाई प्रभारियों तथा जिला दुग्ध प्रबंधकों एवं दुग्ध विकास अधिकारियों को किसानों/पशुपालकों से खरीदे गये दूध का क्रय मूल्य शीघ्र भुगतान करने और दुग्ध उत्पादों को तैयार करने उसकी बिक्री करके रिकार्ड आय अर्जित करने के भी निर्देश दिये हैं।
श्री वर्मा ने समस्त जनपदों के दुग्ध विकास विभाग के अधिकारियों, समितियों के इकाई प्रभारियों/दुग्ध प्रबंधकों एवं स्टाफ को स्पष्ट चेतावनी दी है कि किसानों से सीधे उनके घर जाकर दुग्ध उपार्जित करें। दुग्ध उपार्जन में आशातीत वृद्धि करके लाभ की स्थिति में अग्रसर हो। जितनी अधिक आमदनी अर्जित की जायेगी उसी हिसाब से स्टाफ में वृद्धि होगी और मुनाफा होने पर उन्हंे शासकीय सुविधायें अधिक प्रदत्त की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिन दुग्ध समितियों तथा दुग्ध संघों की प्रगति असंतोषजनक मिलेगी उन अधिकारियांे/कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की
जायेगी। दुग्ध समितियों, दुग्ध संघों को घाटे से प्रत्येक दशा में उबारना होगा। ऐसा न करने पर दोषी, इकाई प्रभारियों/प्रबंधकों को दण्डित किया जायेगा।
दुग्ध विकास मंत्री ने दुग्ध समितियों के समस्त अधिकारियों/प्रभारियों तथा स्टाफ कर्मियों को ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करके किसानों को सहकारी समितियों को ही दूध बेचने और शासन द्वारा किसानों को प्रदत्त की जाने वाली सुविधाओं, उनके दुधारू पशुओं के लिए दुग्ध विकास विभाग द्वारा प्रदत्त की रही सुविधाओं की जानकारी देकर उन्हें प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से दुग्ध विकास से संबंधित जनपद/मण्डल स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मियों की दुग्ध उपार्जन हेतु किये गये कार्यों की औचक चेकिंग भी की जायेगी। कार्यों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
प्रमुख सचिव दुग्ध विकास श्री अनन्त कुमार सिंह ने तरल दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों की बिक्री को बढ़ाने तथा एक कुशल व्यापारी की भांति दुग्ध व्यवसाय को बढ़ाने और मुनाफे की स्थिति में दुग्ध समितियों/दुग्ध संघों को पहंुचाने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने किसानों/पशु पालकों को गुणवत्तापरक पशु आहार की बिक्री करने और पशु आहार निर्माणशालाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिये। उन्होंने दुग्ध संघों के सुदृढ़ीकरण एवं पुर्नजीवित करने की योजना को साकार करने के निर्देश दिये।
पी0सी0डी0एफ0 के मुख्य महाप्रबंधक श्री एस0राजलिंगम ने केन्द्र पुरोनिधानित दुग्ध विकास को बढ़ावा देने वाली योजनाओं/परियोजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रियता लाने के निर्देश दिये।
बैठक में पी0सी0डी0एफ0 के महाप्रबंधक (प्रशासन/कार्मिक) श्री एम0एल0पाठक, संयुक्त दुग्ध आयुक्त, श्री सूर्यमणि लाल चन्द्र, वित्त नियंत्रक श्री राजरतन शर्मा एवं समस्त दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0 के अध्यक्ष, सहकारी दुग्ध समितियों के इकाई प्रभारी, जिला दुग्ध विकास अधिकारी/दुग्ध प्रबंधक एवं महाप्रबंधक उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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