उत्तर प्रदेश सरकार ने स्नातक कक्षाओं में प्रवेश में आ रही कठिनाइयों के दृष्टिगत चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में केवल छात्रों के लिये सांध्यकालीन कक्षाओं के संचालन का निर्णय लिया है।
यह जानकारी प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुश्री कल्पना अवस्थी ने दी है। उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थितियों मंे सत्र 2014-15 के लिये सांध्यकालीन कक्षाओं के संचालन के लिये कुछ शर्तें भी रखी गयी हैं। उन्होंने बताया कि जिस कालेज को विश्वविद्यालय द्वारा अनुमति दी जायेगी वह अनिवार्य रूप से प्रथम पाली एवं सांध्यकालीन पाली की समय-सारिणी विश्वविद्यालय को अपने आवेदन के साथ उपलब्ध करायेंगे, जिसे विश्वविद्यालय अनुमोदित करेगा। समय सारिणी का अनुपालन कराना कुलसचिव का दायित्व निर्धारित किया गया है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में यदि कोई कालेज सांध्यकालीन कक्षायें संचालित करना चाहता है तो विश्वविद्यालय यह परीक्षण करेगा कि उस कालेज से संबंधित अन्य सभी प्रकार के कालेजों में उपलब्ध सीटें भर चुकी हैं। इसी प्रकार नगर पंचायत एवं नगर परिषद क्षेत्रों में यदि कोई कालेज सांध्यकालीन कक्षाओं के लिये अनुमति मांगते हैं तो विश्वविद्यालय यह देखेगा कि संबंधित नगर पंचायत अथवा नगर परिषद क्षेत्र में स्थित अन्य सभी कालेजों में उपलब्ध सभी सीटें भर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार नगर क्षेत्र में स्थित यदि कोई कालेज सांध्यकालीन कक्षायें चलाना चाहता है तो यह देखा जायेगा कि क्षेत्र में किसी अन्य कालेज में सीटें रिक्त न हों अन्यथा सांध्यकालीन कक्षायें चलाने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
प्रमुख सचिव ने बताया कि इन कक्षाओं के संचालन हेतु शासन द्वारा किसी प्रकार का वित्तीय अनुदान विश्वविद्यालय/महाविद्यालय को नहीं दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि उक्त कक्षाओं के चलाने के लिये किसी भी शिक्षक के नये पद की स्वीकृति नहीं दी जायेगी तथा शिक्षण कार्य मानदेय/रिटायर्ड अध्यापकों के माध्यम से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि ऐसी सभी कक्षाओं में प्रवेश पर उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश में आरक्षण के नियम जैसे शासन द्वारा निर्गत किये गये हैं अनिवार्य रूप से लागू होंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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