उत्तर प्रदेश सरकार ने पशुओं को मुहपका एवं खुरपका रोगों से बचाव हेतु उ0प्र0 में लक्षित 4.55 करोड़ पशुओं से अधिक पशुओं का शतप्रतिशत टीकाकरण आगामी 15 नवम्बर तक करने के निर्देश समस्त पशुुधन विभाग के मण्डलीय अपर निदेशकों तथा मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों को दिये हैं। सुविधा हेतु गांव-गांव में पशुपालकों के द्वार पर जाकर टीकाकरण टीमें पशुओं को मुहपका/खुरपका रोगों से बचाव हेतु पशुओं का टीकाकरण करेंगी।
यह जानकारी प्रदेश के पशुधन विकास मंत्री श्री राजकिशोर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि पशुओं का टीकाकरण होने के बाद किसान/पशुपालकों को वैक्सीन कार्ड उपलब्ध कराने के भी निर्देश समस्त मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों को दिए गयें है।
पशुधन विकास मंत्री श्री सिंह ने बताया कि गांवों में टीकाकरण टीमें टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जहां-जहां पशु मेलों तथा पशु बाजारों का आयोजन हो रहा है वहां पर भी पशुओं को मुहपका/खुरपका रोग से बचाने के लिए टीकाकरण टीमों को पशुओं का टीकाकरण करने के निर्देश दिये गये हैं। पशु मेलों/पशु बाजारों में भी पर्याप्त मात्रा में पशुओं की आमद रहने के कारण टीकाकरण अभियान को सफलता मिलेगी और टीकाकरण टीमों के सदस्यों को पशुओं को टीका लगाने में सुविधा रहेगी।
पशुधन विकास मंत्री मंत्री ने बताया कि पशुओं के टीकाकरण हेतु सरकार द्वारा सुदृढ व्यवस्था की गई है। समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों एवं पशु चिकित्सा अधिकारियों को पशु विकास विभाग के स्टाफ, पैरावेट्स, बायफ एवं पी0सी0डी0एफ0 कर्मियों, फार्मेसिस्ट, पशुधन प्रसार अधिकारी आदि टीकाकरण अभियान को कामयाब बनाने में लगाये गये हैं। समस्त मंडलीय अपर निदेशक पशुधन विकास तथा मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों को पशुओं को उक्त रोगों से बचाव हेतु किये गये टीकाकरण अभियान की दैनिक रिपोर्ट पशुधन निदेशालय उ0प्र0 लखनऊ को निर्धारित प्रारूप पर भेजने के निर्देश दिये गये है। जनपदों से प्राप्त केन्द्र सरकार को प्रतिदिन सूचना भेजी जाती है।
श्री सिंह ने बताया कि पशुपालन निदेशालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष के टैलीफोन नम्बर-0522-2741991 तथा 0522-2741992 को अपरान्ह 04ः00 से 05ः00 बजे तक टीकाकरण की सूचना भेजनी अनिवार्य है। टीकाकरण अभियान की प्रगति की शासन स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। श्री सिंह ने बताया कि पशुुुओं के टीकाकरण की सूचना प्रतिदिन न भेजने पर मण्डल स्तरीय पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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