भारतीय जनता पार्टी ने धारावाहिकों की तरह किश्तों में प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों पर प्रश्न चिन्ह लगाया हैं। पार्टी प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार आखिर कब तक अधिकारियों के तबादलों में लगी रहेगी ? उन्होंने सरकार से पूछाँ कि क्या प्रदेश में तबादलों अन्तिम तिथि अभी नही आई है ? सपा सरकार तबादलें को जातीय आधार पर और व्यक्तिगत निष्ठा और समर्पण के आधार पर अपने चहेते अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर में व्यस्त है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि कल फिर 20 आई.ए.एस. और 67 पी.सी.एस. अधिकरियों के तबादलों से ऐसा लगता है कि यह टी0वी0 सीरियल के धारावाहिकों की तरह बंद होने वाला नहीं है। ‘पूरे घर के बदल डालूगाँ’ के तर्ज पर नौकरशाही को किन मापदण्डों पर फेंटा जा रहा है ? अधिकारियों की कर्तव्यपरायणता और कर्तव्या के बजाय व्यक्तिगत निष्ठा, जाति और पार्टी के प्रति समर्पण को आधार बनाया गया है। तबादला सीजन अभी कितना और चलेगा ? किसी को नहीं पता। प्रदेश में तबादला प्रक्रिया को सपा सरकार ने ‘तबादला उद्योग’ में बदल कर रख दिया है। पैसो का खुला खेल खेला जा रहा है।
डा0 मिश्र ने कहा कि इन तबादलों से ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठा अधिकरियों का मनोबल टूट रहा है। जब जाति, धर्म और चाटुकारिता को सरकार द्वारा प्रश्रय मिलेगा तब प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है, ऐसा ही इस समय प्रदेश की नौकरशाही के मामले में हो रहा है। प्रदेश के अच्छे अधिकारी या तो प्रदेश छोड़कर केन्द्र में प्रति नियुक्ति पर जाना चाहते है या महत्वहीन पदों पर बैठ गये है।
डा0 मिश्र ने सपा सरकार से मांग की कि सरकार तुरन्त तबादला सीजन की अन्तिम तिथि घोषित करें और जनता को बताये कि कब तक होते रहेंगे तबादले ? उन्होंने कहा कि तबादला प्रक्रिया पारदर्शी तथा तयनीति के अनुसार होनी चाहिए। प्रदेश की जनता को पता होना चाहिए कि अधिकारियों की पोस्टिंग और तबादलों के मापदण्ड क्या है ?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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