भारतीय जनता पार्टी लखनऊ महानगर ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की 112वीं जयंती के अवसर पर नगर कार्यालय कैसरबाग पर गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें कार्यकर्ताओं ने लोकनायक के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित करते हुये उन्हें श्रद्धाजंलि दी। महानगर अध्यक्ष मनोहर सिंह ने कहा कि भारतभूमि ने कई ऐसे महान पुरूष इस विश्व को दिये हैं जो आज एक आदर्श शख्सियत बनकर उभरे हैं। आजादी की लड़ाई से लेकर आजादी के बाद के परिवेश में हमे ऐसे हजारों नायक मिले जिन्होंने अपना जीवन देश के नाम कर दिया और उन्ही नायकों में से एक हैं लोकनायक स्व. जय प्रकाश नारायण जिनकी हम सब आज जयंती मना रहें हैं। 11 अक्टूबर 1902 में ग्राम सिताबडियारा जिला सरन, बिहार में जय प्रकाश जी का जन्म हुआ। उनके पिता हरसू दयाल राज्य सरकार के नहर विभाग मंे कनिष्ठ अधिकारी थे। प्रारम्भिक शिक्षा उन्होंने अपनी दादी की देख रेख में प्राप्त की थी। सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन के जनक लोकनायक जय प्रकाश नारायण का पूर्व जीवन राष्ट्रहित में समर्पित था। वह सामाजिक गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी के पक्षधर थे। जेपी नारायण ने हिन्दी के प्रसिद्ध कवि और लेखक रामधारी सिंह दिनकर की रचना को आवाज दी और 1977 में इन्दिरा गांधी को चुनौती देते हुये कहा था कि ‘‘सिंघासन खाली करो कि जनता आती है’’। जनता भ्रष्टाचार और कांग्रेस के काम काज से इतना परेशान हो गयी थी कि उसने इंदिरा गांधी को भी नही बख्शा। देश की प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी को जय प्रकाश नारायण ने चुनाव में हरा दिया और उस समय उत्तर भारत के 11 राज्यों में कांग्रेस अपना खाता भी नही खोल पायी थी। ऐसे महान जननायक की जयंती पर भाजपा शत् शत् नमन करती है।
लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर महामंत्री राकेश श्रीवास्तव, अनुराग मिश्रा अन्नू, मुकेश शर्मा, मीडिया प्रभारी अवधेश गुप्ता छोटू, श्यामजीत सिंह, उपाध्यक्ष त्रिलोक अधिकारी, विनोद तिवारी अप्पू, आनन्द द्विवेदी, रामसेवक द्विवेदी, नीरज कटियार, परागी लाल, शिवम सोनकर, गौरव श्रीवास्तव, बीना गुप्ता, नीलम तिवारी, राज विमल, अजंनी सिंह, मान सिंह यादव, संतोष तेवतिया आदि कार्यकर्ताओं ने पुष्पाजंलि अर्पित की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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