हर व्यक्ति सपने देखता है। सपने सकारात्मक भी होते हैं और नकारात्मक भी। पत्रकारिता का काम सकारात्मक सपनों को आगे बढ़ाना है। यह बात पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने मिर्जापुर के डैफोडिल्स स्कूल में मासिक पत्रिका ‘टर्निंग इंडिया’ के 50 अंक पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
त्रिपाठी ने पत्रकारिता के स्तर में आ रही गिरावट का जिक्र करते हुए कहा कि इस पेशे में विश्वसनीयता, सकारात्मकता और निष्पक्षता जरूरी है। टीवी चैनलों पर दिखाए जाने वाले धारावाहिक मानसिक प्रदूषण के कारक बन रहे हैं। इन प्रवृत्तियों पर सवाल खड़े होने चाहिए। बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में मीडिया की वजह से भारत का लोकतंत्र बहुत मजबूत है। पूरे विश्व में केवल भारत ही ऐसा देश है जहां की 50 फीसदी से अधिक आबादी युवा है।
यह पत्रकारिता का दायित्व है कि इस युवा आबादी को सही राह दिखाए। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि पत्रकारिता में पवित्रता की जरूरत है। हिंदी पत्रकारिता का भविष्य स्वर्णिम है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय ने कहा कि वर्तमान समय में अच्छे संपादकों और प्रकाशकों की बेहद जरूरत है जो समाज को सही दिशा दिखा सकें।
‘अमर उजाला’ के कार्यकारी संपादक उदय कुमार ने कहा कि पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां हमेशा रही हैं। आज समाज में सच बर्दाश्त करने की शक्ति कम होती जा रही है। इसीलिए पत्रकारीय कर्म के लिए खराब माने जाने वाले देशों में भारत पांचवें नंबर पर पहुंच गया है।
समारोह को प्रो. नागेश्वर राव, नारायण स्वामी, भगवती चैधरी, प्रो. प्रभुनारायण मिश्र, डा. सरजीत सिंह डंग, प्रो. राममोहन पाठक आदि ने भी संबोधित किया। आरंभ में मुख्य अतिथि त्रिपाठी ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ और पत्रिका का विमोचन किया। अंत में पत्रिका के संपादक डा. कैलाशपति त्रिपाठी ने आभार ज्ञापन किया।
इन्हें किया गया सम्मानित
शिक्षा के क्षेत्र में डैफोडिल्स स्कूल के डायरेक्टर अमरदीप सिंह एवं अपराजिता सिंह, साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में सुरेन्द्र अग्निहोत्री, रतन मणि लाल, जाहिद खान, प्रो. राममोहन पाठक ,प्रफुल्ल देसाई, संगीत में डा. ओमप्रकाश मलिक तथा रंगकर्म के क्षेत्र में कृष्णकांत श्रीवास्तव सम्मानित किया। गौरतलब है कि श्री अग्निहोत्री को पत्रकारिता के क्षेत्र में खोजपरक पत्रकारिता के लिए 2007 में 11 हजार रूपये का रामेश्वरम् हिन्दी पत्रकारिता पुरस्कार तथा हंस वाहिनी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
चित्र में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक सुरेन्द्र अग्निहोत्री तथा न्यायर्मूिर्त गिरधर मालवीय
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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