शासन ने कामधेनु डेयरी योजना के साथ ही ग्रामीण जनता के हित में मिनी कामधेनु डेयरी योजना भी प्रदेश के समस्त जनपदों मे लागू की है। लाभार्थी 50 गाय अथवा 50 भैंसों की मिनी कामधेनु डेयरी योजना के अन्र्तगत दुधारू पशुओं को पाल सकेंगे। यह योजना भी ब्याज रहित ऋण से संचालित की जायेगी। 12 प्रतिशत ब्याज की दर से पशुपालन विभाग द्वारा 5 वर्षों तक ब्याज की प्रतिपूर्ति की जायेगी। इसमें भी लाभार्थी को 25 प्रतिशत स्वयं धनराशि लगानी होगी। 75 प्रतिशत धनराशि बैंक द्वारा ऋण स्वीकृत किया जायेगा। लाभार्थियों का चयन भी जिला स्तर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा किया जायेगा। चयनित लाभार्थी डेरी की स्थापना हेतु पशुओं का क्रय समिति के सहयोग से वाहय प्रदेश से करेंगे। इसके अन्तर्गत भी लाभार्थी द्वारा बायोगैंस प्लाण्ट तथा ग्राईन्डर फीड मिक्स प्लाण्ट की स्थापना की जायेगी।
मिनी कामधेनु डेयरी इकाईयों की स्थापना 50 गाय अथवा 50 भैंसो की यूनिटों की स्थापना अब तक 2500 मिनी कामधेनु डेरियों की स्थापना के लक्ष्य के सापेक्ष अगस्त माह तक 5387 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। इसमें 2116 लाभार्थियों का चयन किया जा चुका है। इसमें से 2046 लाभार्थियों के आवेदन पत्र ऋण स्वीकृत हेतु बैंको को प्रेषित किये गये हैं। 197 व्यक्तियों को ऋण स्वीकृत हो चुका हैं। 197 मिनी डेरियों की स्थापना हेतु शासन द्वारा सक्रियता से कार्रवाई की जा रही है।
मिनी कामधेनु डेयरी की स्थापना के इच्छुक लाभार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित जिले के सी0डी0ओ0 एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला दुग्ध विकास अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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