उ0प्र0 सरकार ने मछली पालन, मत्स्य व्यवसाय तथा मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सुदृढ़ व्यवस्था सुनिश्चित की है।
यह जानकारी प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री श्री इकबाल महमूद ने दी। उन्होंने बताया कि जलप्लावित क्षेत्रों में मत्स्य पालन विविधीकरण की योजना के अन्तर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष में तीन करोड़ रुपये की धनराशि की व्यवस्था की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत जलप्लावन के कारण निष्प्रयोज्य हुई भूमि को तालाब के रूप में विकसित कराकर मत्स्य पालन कार्यक्रमों को बढ़ावा दिए जाने हेतु 1.25 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के सापेक्ष सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 80 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लाभार्थियों को 90 प्रतिशत अनुदान की सुविधा प्रदत्त की जाती है।
मत्स्य विकास मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मत्स्य पालकों के उत्थान के लिए झींगा मत्स्य पालन योजना संचालित की जा रही है। राज्य सरकार के शत-प्रतिशत वित्त पोषण से संचालित इस योजना के अन्तर्गत मीठे जल में महाझींगा पालन हेतु चालू वित्तीय वर्ष में 20 हेक्टेयर जल क्षेत्र में संचालित की जायेगी। इस कार्यक्रम हेतु 10 लाख रुपये व्यय किये जायेंगे।
श्री इकबाल महमूद ने बताया कि राज्य सरकार ने रिवर रैचिंग/नदियों में मत्स्य अंगुलिका संचय कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत दो लाख रुपये व्यय करके बड़े आकार के मत्स्य बीज प्रदेश की प्रमुख नदियों में संचय किये जायेंगे। इसमें व्यवसायिक मछलियों के मत्स्य बीजों यथा कतला, रोहू, नैन की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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