राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान मानित विश्वविद्यालय गोमती नगर के छात्रों ने बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान का पुरजोर विरोध करते हुये मौर्या का पुतला फूंक कर अपना विरोध दर्ज कराया। संस्थान के कार्यालय पर सैकड़ों छात्र एकत्र हुये और स्वामी प्रसाद मौर्या मुर्दाबाद अपना बयान वापस लो के नारे लगाते हुये सीएमएस चैराहे होते हुये स्वामी प्रसाद मौर्या के गोमती नगर आवास पहंुचे जहां पर भारी पुलिस बल पहुंचने पर पुलिस द्वारा छात्रों को खदेड़ा गया। पुलिस पहुंचते ही छात्रों ने बसपा नेता के पुतले को आग के हवाले कर दिया था। आनन फानन में पुलिस ने पुतले पर पानी डालकर उसको बुझाया।
संस्थान की ओर से जारी बयान में कहा गया हमारे देश के बड़े राजनेता धर्मनिरपेक्ष तथा साम्प्रदायिक शब्दों के अर्थो को ही समुचित रूप से नही जानते हैं इसी सन्दर्भ में बसपा जो अपने को धर्म निरपेक्ष पार्टी समझती है उसी पार्टी के नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्या ने लखनऊ के एक कार्यक्रम में साम्प्रदायिक विवादित बयान दे डाला। जिससे उन्होने भारतीय संविधान की मूल भावना का भी पूर्णतः उल्लंघन किया है। अपने विवादित बोल में कह दिया कि जो विवाहादि कार्यक्रमों में गौरी गणेश की पूजा करते हैं यह नही होनी चाहिए क्योंकि यह जो व्यवस्था दी है यह सब मनु के द्वारा दी गयी है। इस प्रदत्त व्यवस्था से कहीं न कहीं ब्राह्मणादि सामान्य वर्णांे के दलितों और पिछड़ों को दास बनाकर गुलाम बनाया जाता है जो आज के परिपेक्ष में बिल्कुल उचित प्रतीत नही होता है। पुतला फूंकने वालों में अनुज चैबे, अवधेश गुप्ता छोटू, श्यामजीत सिंह, अंकुश शर्मा, दीनबन्धु पाण्डेय, आशीष पाण्डेय, आनन्द अवस्थी, अनिल अवस्थी, सीता, अमित द्विवेदी, हिमांशु शुक्ला, अतुल त्रिपाठी, सुमित, प्रवीण कुमार, जयंत चैधरी आदि छात्र उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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