मंत्रिपरिषद ने प्रदेश में स्थित राष्ट्रीय पार्क एवं वन्य जीव विहारों के लिए ईको सेंसिटिव जोन के निर्धारण का फैसला लिया है। इसके तहत दुधवा टाइगर रिजर्व ईको-सेंसिटिव जोन की सीमा 100 मी. तथा व्यवसायिक खनन 1 कि.मी. की सीमा तक निषिद्ध रहेगा। राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव विहार आगरा, साण्डी पक्षी विहार हरदोई, सोहागीबरवा वन्य जीव विहार महाराजगंज, सोहेलवा वन्य जीव विहार बलरामपुर, पटना पक्षी विहार एटा, सूरसरोवर पक्षी विहार आगरा, समान पक्षी विहार मैनपुरी, हस्तिनापुर वन्य जीव विहार मेरठ में ईको-सेंसिटिव जोन की सीमा 1 कि.मी. तथा व्यवसायिक खनन भी 1 कि.मी. की सीमा तक निषिद्ध रहेगी। ईको-सेंसिटिव जोन के निर्धारण से सम्बन्धित भारत सरकार की गाइड लाइन्स में उल्लिखित 26 गतिविधियों के सम्बन्ध में विभिन्न बैठकों में गहनता से विचार-विमर्श के उपरान्त मंत्रिपरिषद द्वारा लिए गए निर्णय के दृष्टिगत इनको निषिद्ध, विनियमित तथा अनुमन्य श्रेणियों में विभक्त किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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