साइक्लिंग एक प्रदूषणरहित स्वास्थ्यवर्धक एवं व्यय रहित परिवहन हैं जिसको वर्तमान परिवेश में बढ़ावा दिया जाना नितान्त आवश्यक हो गया है। विकसित देशों में इस दिशा में काफी अच्छे प्रयास किए गए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम वहां दिखायी दे रहे हैं और शहरी जीवन शैली में ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से काफी राहत मिली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए साइक्लिंग का बढ़ावा देने के लिए निर्णय लिया है कि अब नए बनने वाले शहरों में साइकिल ट्रैक की भी व्यवस्था अवश्य की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव उद्योग श्री संजीव सरन ने आज गौतमबुद्ध विश्व विद्यालय कैम्पस ग्रेटर नोएडा में नोएडा विकास प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण तथा आगरा विकास प्राधिकरण के प्रमुखों, मुख्य अभियन्ताओं एवं उच्चाधिकारियों की आयोजित एक बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नोएडा ग्रेटर नोएडा लखनऊ, आगरा जैसे शहरों में सड़कों के किनारे जगह की उपलब्धता के अनुसार साइकिल ट्रैक बनाए जाएगें तथा आवश्यकतानुसार साइकिल स्टैण्ड की व्यवस्था की जाएगी ताकि भीड़भाड़ वाले बाजारों में लोग चार पहिया वाहनों के बजाय साइकिलों से जाएगें तो काफी हद तक प्रदूषण एवं यातायात की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
ज्ञातव्य हो मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में एक शिष्ट मण्डल द्वारा विगत दिवस नीदरलैण्ड का भ्रमण कर वहां हो रहे पर्यटन, साइक्लिंग, डेयरी उत्पाद एवं पुष्प उत्पादन की दिशा में उठाये गये कारगर कदमों की जानकारी प्राप्त की थी, उसी प्रक्रिया के तहत यह बैठक आयोजित की गई तथा साइक्लिंग पर्यटन संवर्द्धन हेतु भी व्यापक विचार-विमर्श हुआ जिससे इस क्षेत्र में देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर सके। शीघ्र ही नीदरलैण्ड का एक शिष्ट मण्डल भी प्रदेश का व्यापक भ्रमण कर इस क्षेत्र में अपनी सहभागिता प्रदान करेगा जिससे कि इस विधा को आगे बढ़ाया जा सकेगा। शरीर संवर्द्धन, प्रदूषण मुक्त, व्यय रहित, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के तहत साइक्लिंग को आज के युग में अपनाने की महती जरूरत भी है।
प्रमुख सचिव श्री सरन ने नीदरलैण्ड जैसे देशों में की गई साइक्लिंग टैªक व्यवस्था के वीडियो दिखाते हुए बताया कि साइकिल ट्रैक बनने से पूर्व वहां पर काफी सड़क दुर्घटनाएं होती थी लेकिन इन देशों ने साइक्लिंग को बढ़ावा देकर सड़क दुर्घटनाओं की संख्या न्यूनतम कर दी है। श्री सरन ने बताया कि साइक्लिंग को प्रोमोट करने के लिए प्रभावी एवं उपयोगी साइक्लिंग प्लान की जरूररत होगी जिसके लिए विशेषज्ञों की राय ली जा रही है।
इस अवसर पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण के चैयरमैन श्री रमारमण ने बताया कि नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में साइक्लिंग के लिए ट्रैक एवं स्टैण्ड की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय से इसकी शुरूआत की जाएगी। विश्वविद्यालय परिसर के अन्दर विभिन्न अनुभागों में छात्रों के साइकिल से जाने के लिए साइकिल ट्रैक व स्टैण्ड की व्यवस्था की जाएगी तथा दो तीन महीने में यह व्यवस्था हो जाने के बाद परिसर व पावर वेहिकल प्रतिबन्धित कर दिए जाएगें। श्री रमारमण ने बताया कि इसी प्रकार नोएडा में औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर, सेक्टर-18 तथा लेबर चैक में साइकिल ट्रैक एवं स्टैण्ड के लिए शीघ्र कार्यवाही विशेषज्ञों की राय से की जाएगी।
औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित औद्योगिक इकाइयों तथा वहां स्थित कार्यालय के प्रमुखों से वार्ता कर वहां कार्य करने आने वाले कर्मियों को साइकिल उपलब्ध कराने तथा स्टैण्ड आदि की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को साइकिल से विद्यालय आने जाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए सुगम एवं सुरक्षित साइक्लिंग ट्रैक की व्यवस्था करनी होगी। मेट्रो स्टेशनों पर बड़ी संख्या में चार पहिया पेट्रोल डीजल चालित वाहन लेकर लोग आते हैं और स्टेशन पर खड़ा करके वापस आने पर अपने घर जाने के लिए 2 से 3 किमी की यात्रा के लिए उपयोग करते हैं। यदि मैट्रो स्टेशनों पर साइकिल स्टैण्ड और सड़कों के किनारे सुरक्षित ट्रैक बना दिए जाएं तो इन चार पहिया वाहनों की बजाए लोग साइकिल से जाना पसंद करेंगे।
बैठक में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति श्री जे0पी0शर्मा, यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री प्रमोद चन्द्र गुप्त सहित आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण के उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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