Categorized | लखनऊ.

प्रदेष के लोकायुक्त की रिपोर्ट: सपा-बसपा का भ्रष्टाचार पर गुप्त समझौता- डा0 मनोज मिश्र

Posted on 08 September 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के माननीय लोकायुक्त के सपा की अखिलेश सरकार पर उठाई गई अगुंली पर प्रहार किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने सपा सरकार को घेरते हुए कहा कि क्या कारण हैं कि 17 महीने बाद भी सपा सरकार ने बसपा के घोटालेबाज मंत्री पर कार्यवाही नहीं की ? सरकार आखिरकार बसपा सरकार में हुए घोटालों पर पर्दा क्यों डाल रही हैं ? उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और घोटालों पर सपा-बसपा का समझौता है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में लोकायुक्त संस्था को एक सोची समझी साजिश के तहत कमजोर और प्रभावहीन किया जा रहा है। अब तक बसपा सरकार के भ्रष्टाचार के आरोपी पूर्व मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं करना, भ्रष्टाचार के मामले पर सपा-बसपा का मजबूत गठजोड़ सिद्द करता है। डा0 मिश्र ने कहा कि सपा सरकार ने भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देकर भ्रष्टाचार को बढ़ाने का सकेत दिया है। प्रदेश के कई अधिकारियों पर लोकायुक्त की एक भी रिपोर्ट पर अभी तक सरकार में कोई कार्यवाही नहीं की।
डा0 मिश्र ने सपा सरकार से जानना चाहा कि लोकायुक्त महोदय द्वारा जांच में भ्रष्टाचार के आरोपियों पर सरकार कब तक कार्यवाही करेंगी ? सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर बसपा सरकार के पूर्व मंत्रियों व अधिकारियों को जेल कब भेजा जायेगा ? सपा सरकार की जांच एजेन्सियां पूरी तरह से नकारा है। किसी भी गम्भीर मामले में अब तक कोई कार्यवाही प्रदेश की जनता की नजरों में नही आई है।
डा0 मिश्र ने व्यग करते हुए कहा कि इससे अच्छा है कि इन जांच एजेन्सियांे को समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने सपा सरकार से मांग की कि भ्रष्टाचार के आरोपी मंत्रियों और अधिकारियों पर जांच एक कम समय अवधि में पूरी हो तथा भ्रष्टाचारियों को दण्ड दिलाये। डा0 मिश्र ने यह भी कहा कि इन निष्क्रिय जांच एजेन्सियों के सम्बन्धित अधिकारियों पर भी कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और उन्हें दण्डित किया जाना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

May 2024
M T W T F S S
« Sep    
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031  
-->









 Type in