मातृत्व लाभ योजना की धनराशि में हेराफेरी करना व गबन करना कार्यक्रम अधिकारी को महंगा पड़ गया। जिला कार्यक्रम विभाग में सात लाख रूपये के गबन मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी रामसूरत मौर्य निलम्बित हो गए। बाल विकास एवं पुष्टाहार के डायरेक्टर ने इन्दिरा मातृत्व लाभ योजना में सात लाख का गबन मामले में यह कारवाई की है।
शासन की ओर से महिलाओं के लिये इन्दिरा मातृत्व लाभ योजना के तहत धनराशि जारी की थी। विभाग के अधिकारियों की माने तो दो सप्ताह पहले योजना के तहत सात लाख की धनराशि में हेराफेरी की गयी। जिला कार्यक्रम समन्वयक पूजा उपाध्याय पर योजना की सात लाख की धनराशि अपने खाते में डालने के आरोप में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया थ। उनकी सेवा समाप्ती के लिए शासन को पत्र भेजा था। शासन ने मामले में कड़ा रूख अपनाया। गबन के आरोप में बाल विकास एवं पुष्टाहार के डायरेक्टर आनन्द सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी राम सूरत मौर्य के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की। निलंबित जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मौर्य ने बताया कि जिला कार्यक्रम समन्वयक पूजा की ओर से सात लाख रूपये अपने खातें में डाल लिया गया था। मुकदमा दर्ज कराने व अन्य कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है। इस मामले में कई अन्य कर्मचारी भी दोषी है। जिनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गयी तो उन्हें बचाने के लिए मुझे निलंबित कर दिया गया है। लेकिन विभाग की जाॅच में देखना यह है कि इस गबन में अभी और कितने चेहरे सामने आ रहे है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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