उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद ने कृषि क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले कृषि वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। इन कृषि वैज्ञानिकों में विविध श्रेणियों के 17 वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, दो युवा वैज्ञानिक, चार सर्वाेत्कृष्ट थीसिस पुरस्कार एवं दो विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार शामिल हैं।
उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री श्री प्रकाश राय उर्फ लल्लन राय ने महानिदेशक प्रो0 राजेन्द्र कुमार के साथ आज यहाँ परिषद के सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद सतत रूप से प्रगति के पथ पर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा गत 14, 15 एवं जून को कृषि विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कृषि तथा कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान के प्रति सरकार की अच्छी सोच रही है। उन्होंने बताया कि परिषद के तीन साल के कार्यों एवं विकास के अवलोकन, निरीक्षण आदि का कार्य करने के लिये स्टेयरिंग कमेटी गठित होगी। प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने परिषद के खाली पद भरने, प्रदेश में उच्च गुणवत्तायुक्त बीज उपलब्ध कराने, कृषि वैज्ञानिकों को पुरस्कृत करने में बजट की तंगी आदि से संबंधित विचार व्यक्त किये।
श्री राय ने बताया कि विशिष्ट कृषि वैज्ञानिक पुरस्कार कृषि शिक्षा शोध/प्रबंधन, फसल उन्नयन-तिलहन एवं मिलेट्स, धान, चावल, गेंहूं, दलहन, शाकभाजी, बागवानी फल, पशु चिकित्सा विज्ञान, मत्स्य, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि रक्षा, प्राकृतिक संसाधन एवं प्रबन्धन, मृदा एवं जल संरक्षण, सामाजिक उद्यान, तथा कृषि प्रसार आदि पर दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस तरह से कृषि वैज्ञानिकों को सम्मानित करके उनके विशिष्ट कार्यों को प्रोत्साहन के साथ-साथ उनकी क्षमताओं का सदुपयोग होगा, जिससे कृषि उत्पादन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आयेगी जिसका लाभ किसानों एवं प्रदेश की जनता को होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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