उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग के अन्तर्गत संचालित योजना का किसानों को अधिक से अधिक लाभ देने के लिए सभी सतत् रूप से प्रयास करें। कृषि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में व्यापक रूप से निरन्तर क्षेत्रीय भ्रमण कर, योजनाओं का सत्यापन एवं निरीक्षण ग्रामवार, ब्लाकवार करने का सघन अभियान चलायें। सूखे वाले क्षेत्रों में जहां किसानों की फसलें खराब हो गई हैं वहां तोरिया के बीजों का वितरण शीघ्र समय से करें, जिससे किसान तोरिया की उपज कर अपने नुकसान को कम कर सके।
प्रमुख सचिव कृषि श्री देवाशीष पण्डा ने आज यहां यह निर्देश, कृषि भवन में आयेाजित विभागीय समीक्षा बैठक में कृषि अधिकारियों को दिये कि वे क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं विशेषज्ञों, अधिकारियों को सम्मिलित करते हुये कृषि कार्यक्रमों का समयबद्ध संचालन करें। उन्होंने बताया कि बाढ़ एवं सूखे से प्रभावित क्षेत्रों की आकस्मिक कार्य योजना बनाकर कार्य करें। बुन्देलखण्ड एवं अन्य जनपदों में दलहन के बीजों मुख्यतः उर्द के बीजो की मांग के अनुरूप उपलब्ध कराने के लिए जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को नई संशोधित फसल योजना से आच्छादित कराया जाये। उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि वे आगामी 7 सितम्बर तक कृषि संबंधित सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में तेजी लाये एवं आगामी 7 सितम्बर तक उनका उपयोगिता प्रमाण पत्र (डाटा फीडिंग) प्रस्तुत करें।
समीक्षा बैठक में अधिक, कम एवं सामान्य वर्षा वाले जनपदों, फसल आच्छादन, फसली ऋण, किसान क्रेडिट कार्ड, कृषि रक्षा रसायनों की उपलब्धता एवं समय पर वितरण आदि की समीक्षा की गई। बैठक में कृषि निदेशक श्री ए0के0विश्नोई, निदेशक रहमान खेड़ा, एम0डी0यू0पी0 एग्रो, अपर कृषि निदेशक, संयुक्त कृषि निदेशक, उपकृषि निदशकों एंव मुख्यालय के सभी संबंधित मुख्य अधिकारियों आदि ने भाग लिये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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