1. हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के म्गण् डण्च्ण् डा. अरविन्द शर्मा ने कांगे्रस पार्टी छोड़कर, बी.एस.पी. की सदस्यता ग्रहण की
ऽ और साथ ही सरकार बनने पर पार्टी ने इनको मुख्यमंत्री पद के लिये भी घोषित किया है।
2. हरियाणा प्रदेश में विधानसभा का आमचुनाव बी.एस.पी. अकेले अपने बलबूते पर ही लड़ेगी।
3. हरियाणा प्रदेश में सरकार बनने पर बी.एस.पी. उ.प्र. के पैटर्न पर ही,
ऽ हर मामले व हर स्तर पर ‘‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’’ की नीतियों के आधार पर चलकर ही सरकार चलायेगी।
(बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने आज दिनांक 17 अगस्त, 2014 को दोपहर बाद दिल्ली में अपने निवास 3, त्यागराज मार्ग पर मीडियाकर्मियों से बातचीत की, जिसके मुख्य अंश इस प्रकार से है)
सुश्री मायावती जी: मीडिया बन्धुओं आज की प्रेस कान्फ्रेस हरियाणा प्रदेश में कुछ ही समय के बाद होने वाले विधानसभा आमचुनाव को लेकर, यहाँ अधिकांश चल रही एक जाति विशेष की ‘‘राजनीति’’ व अपनी पार्टी से सम्बन्धित कुछ जरूरी जानकारी देने के लिये बुलाई गई है। हालांकि हरियाणा प्रदेश की इस ‘‘राजनीति’’ के बारे में वैसे आप लोगों को यह मालूम है कि हरियाणा प्रदेश में अभी तक जिन भी पार्टियों की सरकारें बनी हैं, तो वहाँ ज्यादातर एक ही समुदाय का अर्थात जाट समुदाय का व्यक्ति ही मुख्यमंत्री बनता चला आ रहा है। जिन्होंने खासकर वहाँ अपनी ‘‘जाति-बिरादरी’’ व ‘‘भाई-भतीजावाद’’ के चक्कर में पड़कर समाज के अन्य समुदायों के लोगों की अर्थात ‘‘दलितों, अन्य पिछडे़ वर्गों, धार्मिक अल्पसंख्यकों एवं अपरकास्ट समाज’’ के लोगों की, इनके विकास व उत्थान के मामले में काफी ज्यादा उपेक्षा की है और इसके साथ ही इनका कुछ मामलों में काफी ज्यादा शोषण भी किया है।
जिसे गम्भीरता से लेते हुये ही हमारी पार्टी ने इस चुनाव में छवद जाट (नाॅन जाट) समुदाय में से अर्थात हरियाणा प्रदेश के मूल-निवासी व ब्राह्मण समाज से सम्बन्धित ‘‘डा. अरविन्द शर्मा’’ को च्तवरमबज करने का फैसला लिया है। जो एक बार ‘‘सोनीपत’’ से और दो बार ‘‘करनाल’’ की सीट से भी सांसद रह चुके हैं और आज इन्होंने अपने काफी साथियों के साथ, कांग्रेस पार्टी छोड़कर ठण्ैण्च्ण् श्रवपद कर ली है और इसके लिये हमारी पार्टी इनका व इनके अन्य सभी साथियों का हार्दिक दिल से स्वागत भी करती है।
इसके साथ ही, यहाँ मैं आप लोगों को यह भी बताना चाहती हूँ कि इस बार हरियाणा प्रदेश के चुनाव में हमारी पार्टी का यह पूरा-पूरा प्रयास रहेगा कि ‘‘यहाँ हमारी पार्टी की सरकार बन जाये।’’ और यदि हरियाणा प्रदेश में, यहाँ हमारी पार्टी को सरकार बनाने का मौका मिलता है, तो फिर हमारी पार्टी छवद जाट (नाॅन जाट) समुदाय में से ‘‘डा. अरविन्द शर्मा’’ को ही हरियाणा प्रदेश का मुख्यमंत्री बनायेगी। जो एक कुशल राजनीतिज्ञ के साथ-साथ पूर्ण रूप से सामाजिक व सर्वसमाज में मिलनसार व्यक्तित्व के एक अच्छे व्यक्ति भी हैं। जिन्होंने आज खुलकर बी.एस.पी. में प्रवेश कर लिया है। जबकि यह पिछले कई वर्षों से, लगातार हमारी पार्टी के सम्पर्क में रहे हैं और यह बहुत पहले ही ठण्ैण्च्ण् श्रवपद करना चाहते थे, लेकिन हमारी पार्टी ने इनको ठण्ैण्च्ण् श्रवपद करने से पहले इनके खुद के व अपनी पार्टी के हित में भी, इनको यह सलाह दी थी कि इनको बी.एस.पी. में प्रवेश करने से पहले, पार्टी की ‘‘विचारधारा एवं सिद्धान्तों’’ को और इसके साथ ही पार्टी की ‘‘कार्यशैली व अनुशासन’’ को भी ठीक ढंग से समझना चाहिये। उसके बाद फिर इनको ठण्ैण्च्ण् श्रवपद करना चाहिये और अच्छी बात यह रही है कि अब यह इन सब मामलों में, काफी हद तक परिपक्व हो चुके हैं।
कहने का तात्पर्य यह है कि यह पार्टी के लिये एकदम नये नहीं हैं। बल्कि इन्हें पार्टी की विचारधारा, सिद्धान्तों, कार्यशैली व अनुशासन की भी अच्छी प्रकार से पूरी जानकारी है। इसीलिये अब हमने इनको आज बी.एस.पी. में प्रवेश कराने के साथ-साथ, इन्हें इस चुनाव में च्तवरमबज करने का भी फैसला लिया है।
इसके साथ ही यहाँ मैं यह भी कहना चाहती हूँ कि सरकार बनने पर यहाँ हरियाणा प्रदेश में भी हमारी पार्टी उ.प्र. के पैटर्न पर ही, यहाँ हर मामले में व हर स्तर पर ‘‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’’ की नीतियों के आधार पर चलकर ही सरकार चलायेगी और किसी भी समाज के साथ, चाहे वो ‘‘जाट’’ समाज ही क्यों ना हो? अर्थात सभी जाति व सभी धर्मों के लोगों के साथ, किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव व पक्षपात तथा जुल्म-ज्यादती आदि भी नहीं होने देगी।
इसके अलावा यहाँ मैं आप लोगों को यह बात भी फिर से स्पष्ट कर देना चाहती हूँ कि देश के जिन चार राज्यों में अर्थात ‘‘हरियाणा, जम्मू/कश्मीर, झारखण्ड व महाराष्ट्र’’ में कुछ ही समय के बाद, यहाँ विधानसभा के आमचुनाव होने वाले हैं और इन सभी चारों राज्यों में, हमारी पार्टी, किसी भी पार्टी के साथ, किसी भी प्रकार का कोई भी ‘‘गठबन्धन’’ आदि करके यह चुनाव नहीं लड़ेगी। अर्थात हमारी पार्टी इन सभी चारों राज्यों में अकेले अपने बलबूते पर ही, पूरी तैयारी के साथ यह चुनाव लड़ेगी।
और इसके साथ ही अन्त में कुछ मीडिया बन्धुओं द्वारा चार राज्यों में विधानसभा के होने वाले आमचुनाव के बारे में, उ.प्र. में सहारनपुर के दंगों को लेकर आई रिपोर्ट के बारे में तथा केन्द्र सरकार की कार्यशैली व उपचुनावों के बारे में अनेकों सवाल भी पूछे गये, जिनका काफी तसल्ली से तथ्यों के साथ जवाब दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com