उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता को लाभ देने के लिए नवीनतम तकनीक को अपनाया जाना चाहिए। जनप्रतिनिधि सोशल मीडिया का उपयोग अपनी बात जनता तक पहंुचाने और लोगों की राय प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया को जनता से संवाद करने का एक सशक्त और प्रभावी माध्यम बताया है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘लोकतंत्र के लिए सोशल मीडिया’ विषयक कार्यशाला का शुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्य सरकार के मंत्री एवं विधायकगण शामिल हुए। कार्यशाला को प्रमुख सोशल मीडिया प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया। इसका आयोजन फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट, डिजिटल एम्पावरमेन्ट फाउण्डेशन तथा इण्डिया डेवलपमेन्ट आॅल्टरनेटिव्स फाउण्डेशन द्वारा किया गया।
कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों को जनता की सहायता और जरूरतों में सोशल मीडिया की भूमिका के बारे में बताया गया। इस दौरान ट्विटर इण्डिया के श्री राहील खुर्शीद ने पूरी दुनिया में राजनीति से जुड़े लोगों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर किए जा रहे अभिनव प्रयोग की जानकारी दी। गूगल इण्डिया के श्री पीयूष पोद्दार ने जनप्रतिनिधियों, खासतौर पर विधायकों के लिए अधिकृत वेबसाइट की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने यू-ट्यूब पर वीडियों अपलोड कर जनता तक अपनी बात पहंुचाने के बारे में भी बताया। साथ ही, फेसबुक तथा गूगल प्लस पर प्रोफाइल बनाने की बात भी कही। गूगल इण्डिया की सुश्री फातिमा आलम तथा
श्री जोशुआ अमिरथसिंघ ने सोशल मीडिया के उपयोग तथा जनप्रतिनिधियों के लिए इसके महत्व के सम्बन्ध में जानकारी दी।
डिजिटल एम्पावरमेन्ट फाउण्डेशन के श्री देवेन्द्र सिंह भदौरिया एवं सुश्री रुचा देशपाण्डे ने क्षेत्र की जनता से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल के बारे में बताया। वक्ताओं ने यह भी कहा कि व्हाट्सएप जनता से संवाद और सम्पर्क बनाने का एक कारगर माध्यम है।
कार्यशाला में फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट के मुख्य सलाहकार श्री वेंकटेश रामकृष्णन एवं प्रबन्ध निदेशक सुश्री पल्लवी गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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