उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार से पारीछा थर्मल पावर स्टेशन (1140 मेगावाट) के लिए कोयले की आपूर्ति बढ़ाकर प्रतिदिन 5 रेक किए जाने की मांग की है। इस सन्दर्भ में केन्द्रीय ऊर्जा, कोयला एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोयले की कम आपूर्ति के कारण पारीछा की क्रमशः 1, 3 और 4 नं0 की यूनिटें विगत 06 अगस्त, 2014 से बन्द करनी पड़ी हैं। इस कारण ऊर्जा उत्पादन में 450 मेगावाट की भारी कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में बताया है कि पारीछा थर्मल पावर स्टेशन के लिए कोयले की आपूर्ति मेसर्स सी0आई0एल0 की चार विभिन्न सहायक इकाइयों द्वारा की जाती है। इनमें से मेसर्स बी0सी0सी0एल0 और मेसर्स एन0सी0एल0 द्वारा क्रमशः 50 एवं 22 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति पारीछा को की जाती है। इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व पत्र दिनांक 01 जुलाई, 2014 का भी उल्लेख किया है, जिसके द्वारा पारीछा थर्मल पावर स्टेशन के लिए कोयले के स्टाॅक हेतु आपूर्ति बढ़ाने की मांग की गई थी।
श्री यादव ने स्पष्ट किया कि मेसर्स बी0सी0सी0एल0 द्वारा पिछले सात दिनों में कोयले की आपूर्ति को निरन्तर घटाया गया है, जिसके कारण पारीछा पावर स्टेशन में 450 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन क्षमता बन्द करने हेतु विवश होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रतिदिन कोयले की पांच रेक की आवश्यकता है, जिसके सापेक्ष मात्र तीन रेक प्राप्त हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारीछा में ऊर्जा उत्पादन के लिए इकाइयों को चलाने के लिए कम से कम पांच कोल रेक मिलने चाहिए। उन्होंने बताया कि 06 अगस्त, 2014 की स्थिति के मुताबिक पारीछा में उपलब्ध कोयले के स्टाॅक की स्थिति संकटपूर्ण है, जिसे तत्काल सुधारा जाना चाहिए। श्री यादव ने केन्द्रीय ऊर्जा एवं कोयला राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से अनुरोध किया है कि वे मेसर्स बी0सी0सी0एल0 और मेसर्स एन0सी0एल0 को कम से कम क्रमशः कोयले की चार व एक रेक प्रतिदिन आपूर्ति अविलम्ब सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें, जिससे पारीछा थर्मल पावर स्टेशन की कोयले की जरूरत को पूरा किया जा सके और इकाइयों का संचालन पुनः आरम्भ किया जा सके। साथ ही, कोयले के स्टाॅक को भी बढ़ाया जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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