आज हम अपने माननीय न्यायाधीशों के प्रति गहन धन्यवाद ज्ञापित करते हैं जिन्होंने 5 महीनों के अंतराल के बाद सहाराश्री के लिए कार्यक्षेत्र में अपने पुनर्परिचय और उपस्थिति के रास्ते खोल दिये हैं। पहले उन्हें किसी से भी बात कर पाने का अवसर नहीं मिलता था। जेल में रहते हुए सुब्रत राय सहारा को सप्ताह में मात्र 35 मिनट और कभी-कभी कुछ अतिरिक्त कालें करने का ही मौका मिल पाता था।
वास्तविकता में केवल आज से ही माननीय न्यायालय द्वारा दिये गए दिशा-निर्देश के मुताबिक व्यवसाय का प्रारम्भ हो रहा है यद्यपि ये सभी दोहरे भुगतान हैं।
इस बारे में हमें दिनांक 22 जुलाई 2014 को अपनी विदेश स्थित परिसम्पत्तियों को गिरवी रखने और बेचने की स्वीकृति प्राप्त हुई थी और आज दिनांक 1 अगस्त, 2014 को हमें प्रतिदिन आफिस स्टाफ और तकनीकी सहायता के साथ चैबीसो घंटे हर प्रकार की संचार सुविधाएं मिलने जा रही हैं।
क्योंकि समस्त परिसम्पत्तियों, प्रत्येक रूपये, सभी अचल सम्पत्तियों का प्रत्येक इंच, चल सम्पत्तियों का प्रत्येक ग्राम पूर्णरूपेण अधिरोध के अंतर्गत था, अतः 26 मार्च, 2014 को दिये गए पेमेण्ट इनकम्पलाइन्स आदेश को पूरा नहीं किया जा सका। बैंक एकाउंट आदि से अधिरोध हटने के तत्काल बाद जून की शुýआत से स्थितियां सुधरने की प्रक्रिया में हैं और परिणामस्परूप एक बड़ा हिस्सा, ý. 5000 करोड़ का नगद भुगतान जमा किया जा सका।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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