उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर सी.पी.एम.टी.-2014 की परीक्षा में प्रथम पांच स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों क्रमशः श्री शम्स मोहम्मद खान (हरदोई), श्री अबू आसिम (आजमगढ़), श्री शुभम मल्होत्रा, (सहारनपुर), सुश्री आलिया जे़हरा एवं सुश्री प्रियांशी स्वरूप (लखनऊ) को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने प्रत्येक छात्र को एनाटमी विषय की पुस्तक ग्रेयस-एनाटमी की एक-एक हस्ताक्षरित प्रति भेंट की तथा उन्हें इस सफलता के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने बीच अच्छा काम करने वालों को पहचान व सम्मान देने से औरों को भी बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है। चिकित्सक को समाज सम्मान की नजर से देखता है। इस परीक्षा में टाॅप करने वाले ये छात्र-छात्राएं इसी प्रकार परिश्रम से डाॅक्टरी की पढ़ाई करने के बाद समाज की सेवा करेंगे। इन विद्यार्थियों की पढ़ाई पर होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार के साथ-साथ गुणवत्तायुक्त चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है, ताकि प्रदेश की जनता को अधिक से अधिक और योग्य चिकित्सक मिल सकें।
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अम्बिका चैधरी, बेसिक शिक्षा मंत्री श्री राम गोविन्द चैधरी, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री नारद राय, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री श्री योगेश प्रताप सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री करनैल सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री बी.एस. भुल्लर, के.जी.एम.यू. के कुलपति प्रो. रविकान्त, सूचना निदेशक डाॅ. रुपेश कुमार एवं सम्मानित छात्रों के अभिभावक उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि सी.पी.एम.टी.-2014 की परीक्षा किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा आयोजित की गई थी। पहली बार इस परीक्षा के आवेदन की प्रक्रिया आनलाइन करायी गई। परीक्षा में लगभग 01 लाख 10 हजार छात्रों ने भाग लिया। इस परीक्षा के माध्यम से 10 राजकीय मेडिकल काॅलेजों,
उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई, इटावा तथा किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय सहित 1,353 एम.बी.बी.एस., बी.डी.एस. की 51, बी.ए.एम.एस. की 320, बी.एच.एम.एस. की 300 व बी.यू.एम.एस. की 80 सीटों पर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया काउन्सिलिंग के माध्यम 03 अगस्त, 2014 से प्रारम्भ की जाएगी।
प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए राज्य की वर्तमान सरकार द्वारा चिकित्सा शिक्षा की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वर्ष 2012 से पूर्व एम.बी.बी.एस. की कुल 1,140 सीटें उपलब्ध थी। वर्तमान सरकार द्वारा तीन नये मेडिकल काॅलेज-कन्नौज, आजमगढ़ एवं जालौन संचालित किए जाने एवं पूर्व संचालित अन्य मेडिकल काॅलेजों में प्रवेश क्षमता बढ़ाए जाने से एम.बी.बी.एस. की 500 अतिरिक्त सीटों की अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इस संदर्भ में यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार के अथक प्रयासों के कारण वर्ष 2014-15 में भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा प्रतिबाधित 622 सीटों को पुनः स्वीकृति मिल गई है, जिससे इस वर्ष एम.बी.बी.एस. सीटों की कुल संख्या (अखिल भारतीय कोटा सहित) 1,575 है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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