स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता से क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। प्रशासन ने इन झोलाछाप डाक्टरों पर अंकुश लगाने के बजाय मौन साधी हुई है।
क्षेत्र के जयसिंहपुर, बरौसा, मोतिगरपुर, बगिया गाॅव, सूरापुर, सेमरी, उघड़पुर, करछौना, खरसोमा, सुदनापुर, अठैसी, भदैयां, दियरा, बेलहरी, कुड़वार, बघौना, मायंग, धनपतगंज, कूरेभार आदि इलाके में मुन्ना भाई डाक्टरों की बाढ़ आ गयी है। बिना डिग्री के झोलाछाप डाक्टर अपनी दुकानें सजाकर बैठे है। जो क्षेत्र की भोली-भाली जनता से मोटी रकम ऐंठ रहे है। इसके अलावा क्षेत्र में दर्जनों ऐसे नर्सिंगहोम है जिनका न तो रजिस्ट्रेशन है और न ही मानक के अनुसार सुविधाएं। नर्सिंग होमों पर कार्यरत चिकित्सकों के पास न तो डिग्री न ही डिप्लोमा। नर्सिंग होम संचालकों व झोलाछाप चिकित्सकों का सिर्फ एक ही मकसद है अधिक अधिक पैसा कमाना। इनकी धन उगाही के चक्कर में क्षेत्रीय जनता आये दिन इनका शिकार हो रही है। क्षेत्र की कुछ सामाजिक संस्थाओं ने जिला प्रशासन से अभियान चलाकर झोलाछाप डाक्टरों व अवैध पैथाॅलाजी सेन्टरों को बन्द कराने की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com