प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने गत दिन भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय के अन्तर्गत प्रदेश में खनिजों से प्राप्त राजस्व की समीक्षा बैठक की। उन्होंने माह जून, 2014 के निर्धारित लक्ष्य 247.50 रुपए के सापेक्ष 230.22 रुपए प्राप्त हुई, जोकि लक्ष्य के सापेक्ष 104.71 प्रतिशत है। उन्होंने इस पर सन्तोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष के शेष माहों में निर्धारित राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत अवश्य पूर्ण कर लिया जाये। इसके लिए जनपदीय अधिकारी आवश्यक कार्य योजना बनाकर कार्य करें।
श्री प्रजापति ने अधिकारियेां को निर्देशित किया कि मा0 राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण तथा मा0 उच्च न्यायालय एवं मा0 सर्वोच्च न्यायालय में लम्बित समस्त वादों जिससे राजस्व की हानि हो रही है, में सार्थक पैरवी की जाये और यदि कोई स्थगनादेश है, तो उसे विखण्डित कराने का प्रयास किया जाये। अवैध खनन के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के सम्बन्ध में की गयी समीक्षा से स्पष्ट हुआ है कि वर्ष 2014-15 में माह जून तक कुल 2900 छापे मारे गये, जिससे रू0 786.49 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि विगत वर्ष माह जून तक प्रवर्तन से राजस्व मात्र 701.46 लाख प्राप्त हुआ था। इस प्रकार इस वित्तीय वर्ष में गत वर्ष के सापेक्ष लगभग 85.00 लाख रुपए अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकारी जागरूक होकर सजगता से प्रवर्तन कार्य करें, जिससे कि अवैध खनन एवं परिवहन पर रोक लगे और प्रदेश को वांछित राजस्व प्राप्त हो सके।
भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री द्वारा ईंट भट्ठों से प्राप्त होने वाले राजस्व को यथाशीघ्र जमा कराये जाने के कड़े निर्देश दिये गये। समीक्षा के दौरान प्रदेश में सर्वाधिक कम राजस्व प्राप्त करने वाले 05 जनपदों क्रमशः उन्नाव, बागपत, हरदोई, रायबरेली तथा सीतापुर के जनपदीय अधिकारियों की कार्यशैली पर अप्रसन्नता व्यक्त की। वर्तमान में प्रभावी खनन पट्टा नीति के अन्तर्गत जनपदों में नदी तल के रिक्त क्षेत्रों के व्यवस्थापन हेतु समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये गये तथा यह सुझाव दिया गया कि टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण करने वाले प्रथम 10 जनपदों के अधिकारियों को प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा।
निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म डाॅ. भास्कर ने बताया कि जनपदवार राजस्व प्राप्ति की सतत् समीक्षा की जा रही है और निर्धारित राजस्व के सापेक्ष कम राजस्व प्राप्त करने वाले जनपदों के अधिकारियों को सार्थक प्रयास करने के कड़े निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में 2313 खनन पट्टे प्रदेश में चल रहे हैं, जबकि इस वर्ष कुल खनन पट्टे 1832 ही चल रहे हैं।
इस अवसर पर विशेष सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म श्री संतोष राय एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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