भारतीय जनता पार्टी, लखनऊ महानगर के अध्यक्ष मनोहर सिंह के नेतृत्व में कांठ (मुरादाबाद) प्रकरण में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अनुचित, अमानवीय एवं बर्बरतापूर्वक उत्पीड़न करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर महानगर एवं जिला के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से धरना दिया एवं महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर उपरोक्त घटनाक्रम में कठोरतम कार्यवाही करने की मांग की। महानगर अध्यक्ष मनोहर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार प्रदेश में तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। धर्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य इस सरकार में किया जा रहा है। एक जाति विशेष को खुश करने के लिये बहुसंख्यक समुदाय को तोड़ने का कार्य सपा सरकार द्वारा किया जा रहा है। जबसे प्रदेश में अखिलेश यादव ने सत्ता संभाली है प्रदेश में सांप्रदायिक दंगे भड़कते ही जा रहे हैं। कांठ प्रकरण की तरह कल भी बिजनौर के मोहल्ला होलियान में चामुंडा मंदिर पर शाम की आरती के बाद लाउडस्पीकर पर चल रहे भजनों को बन्द करने का कार्य किया गया इतना ही नही मंदिर की देखरेख करने वाले के पेट में चाकू तक भोका गया। भारतीय जनता पार्टी अखिलेश यादव को आगाह करती है कि वह मुस्लिम तुष्टिकरण के नशे में चूर न रहें। प्रदेश मंत्री वीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है। प्रदेश में सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ती ही जा रही है। मोहनलालगंज की घटना पर पुलिस दिन प्रतिदिन भ्रम की स्थिति बनाये हुये है। कांठ में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अवमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। मुरादाबाद एसएसपी धर्मवीर यादव संविधान विरूद्ध आचरण कर रहे हैं प्रशासनिक अधिकारी न होकर वह सपा प्रवक्ता के रूप में बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को तत्काल पदमुक्त कर दिया जाना चाहिए। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि कांठ मुरादाबाद की घटना से बहुसंख्यक समुदाय दुःखी है एसएसपी मुरादाबाद धर्मवीर यादव के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि जहां भी उनकी नियुक्ति हुयी उन्होने अपनी छवि स्वयं धूमिल की। धरने में पूर्व विधायक सुरेश श्रीवास्तव, विद्यासागर गुप्ता, मान सिंह, प्रदीप भार्गव, अनुराग मिश्रा, राकेश श्रीवास्तव, मुकेश शर्मा, त्रिलोक अधिकारी, रागिनी रस्तोगी, विपिन अवस्थी, विनोद तिवारी, नरेश सोनकर, सुनील मिश्रा, अवधेश गुप्ता, श्यामजीत सिंह, विजय प्रताप सिंह, अरूणेन्द्र सिंह, आनन्द मौर्या, टिंकू सोनकर, अशोक तिवारी, रामशंकर राजपूत, पुष्पा सिंह चैहान, बीना गुप्ता, चन्द्रा रावत, सूर्यमणि सिंह, आशा पाठक, प्रभावती सिंह, सुमन शुक्ला, संतोष तेवतिया, जया शुक्ला, आशा मौर्या, सरोज कुमारी, अनीता सिंह, प्रमिला गुलहरे, गीतारानी गौतम, हरिशंकर बाजपेयी, विनोद बाजपेयी, सुशील तिवारी, रमेश तूफानी, सत्येन्द्र सिंह, रामसेवक द्विवेदी, गणेश कनौजिया, शिवपाल संवरिया, परागी लाल, अंशुमान सिंह, राघवराम तिवारी, विशम्भरदयाल मिश्रा, संकेत मिश्रा, राम कुमार शुक्ला, पीएन सिंह, अरविन्द मिश्रा, योगेश शुक्ला, विनोद कुमार, सुदर्शन भारती, पीएन खन्ना, डा. अश्वनी शर्मा, रंजीत यादव, शिवम सोनकर, नरेन्द्र कुशवाहा, एसपी तिवारी, संतोष राय, हरीशचन्द्र, संतोष गुप्ता, विनोद कल्लू, अम्रीश कुमार, मान सिंह यादव, संजय अवस्थी, लवकुश त्रिवेदी, संतोष सक्सेना सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे। धरने का संचालन नगर महामंत्री मुकेश शर्मा ने किया। महामहिम राज्यपाल का ज्ञापन एसीएम-प्रथम अनिल कुमार सिंह को सौंपा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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