उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री जे0एस0 यादव ने बताया कि हिण्डन नदी सहारनपुर जिले में शिवालिक पहाडि़यों से निकलकर मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद जिलों से होकर गौतमबुद्ध नगर में यमुना नदी में मिल जाती है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर एवं गाजियाबाद जिलांे का शहरी मल-जल तथा इन शहरों में स्थापित औद्योगिक इकाईयों द्वारा शुद्धीकृत उत्प्रवाह का निस्तारण किया जाता है। अतः शहरी मल-जल तथा औद्योगिक उत्प्रवाह नदी जल के प्रदूषण के मुख्य प्रदूषण के कारण है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड द्वारा हिण्डन नदी का 03 स्थलों पर ‘नेशनल वाटर क्वालिटी मानिटरिंग प्रोग्राम‘ के अन्तर्गत एवं 04 स्थलों पर स्वयं के संसाधनों द्वारा प्रत्येक माह निमित रूप से जलगुणता का अनुश्रवण किया जा रहा है। ये नमूना एकत्रण सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा जिलों में स्थित है। वर्ष 2014 (जनवरी से मई) में बोर्ड द्वारा किये गये जलगुणता अनुश्रवण कार्य से प्राप्त आंकडों से निम्न तथ्य दृष्टिगत होते है। उपरोक्त सभी शहरों में नदी के जल में प्रदूषण की समस्या विद्यमान है तथा जल केवल सिंचाई हेतु उपयुक्त है। सभी स्थलों पर टोटल कोलीफार्म बैक्टीरिया अत्यधिक संख्या में पाये गये हैं, जिनका प्रमुख कारण नदी में शहरी मल-जल का निस्तारण किया जाना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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