सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में आयोजित ‘मेधावी छात्र सम्मान समारोह’ में आज विद्यालय के मेधावी छात्रों, उनके माता-पिता एवं शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा आई.एस.सी. (कक्षा-12) की प्रथम इण्टर-कैम्पस कम्परेटिव एग्जामिनेशन की मेरिट सूची में प्रथम स्थान पर रही सी0एम0एस0 महानगर (द्वितीय कैम्पस) की मेधावी छात्रा श्रेया श्रीवास्तव को 90.78 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिये पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया तथा उनकी माँ को फलों व फूलों में तौलकर रानी माँ की उपाधि दी गयी। इस भव्य सम्मान समारोह में आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) 2014 की बोर्ड परीक्षा में 98.20 प्रतिशत अंक अर्जित कर टाॅप करने वाली सी.एम.एस. महानगर (प्रथम कैम्पस) की छात्रा तेजस्विनी नारायण को विशेष रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया एवं इनकी माताजी को फलों व फूलों से तौलकर ‘‘रानी माँ’’ की उपाधि से विभूषित किया गय इनके पिताजी एवं टीचर गार्जियन को भी सम्मानित किया गया। समारोह में कक्षा-12 की प्रथम इन्टर कैम्पस तुलनात्मक परीक्षा में विभिन्न स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा वर्ष 2014 में आई0सी0एस0ई0 (कक्षा 10) की तुलनात्मक परीक्षा में 90 प्रतिशत एवं अधिक अंक प्राप्त करने वाले 807 मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया। कक्षा-10 (आई.सी.एस.ई.) में विभिन्न विषयों में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री शैलेश कृष्ण, आई.ए.एस., प्रमुख सचिव, श्रम विभाग ने दीप प्रज्वलित कर ‘मेधावी छात्र सम्मान समारोह’ का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री कृष्ण ने कहा कि प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ को-करिकुलर एक्टिविटीज़ में भी भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए। श्री कृष्ण ने मेधावी छात्रों के साथ-साथ कम मेधावी छात्रों को भी प्रोत्साहित किया और वैज्ञानिक आईन्सटीन तथा माइक्रोसोफ्ट के निर्माता बिल गेट्स का उदाहरण देकर समझाया कि ये दोनों सामान्य विद्यार्थी थे परन्तु अभूतपूर्व उपलब्धियाँ अर्जित करने वाले बन गए। उन्होंने कहा कि सीखना एक जन्मपर्यन्त प्रक्रिया है तथा निराशा से कुछ भी हासिल नहीं होगा। इससे पहले स्वागत भाषण देते हुए सी.एम.एस. क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुश्री सुस्मिता बासु ने कहा कि बच्चों के माध्यम से सी.एम.एस. ने विश्व में जो एकता की मशाल जलाई है उसकी रोशनी दूर-दूर तक उजाला फैलायेगी। आज का यह समारोह इसी भावना की एक बानगी है।
सी.एम.एस. की प्रेसिडेन्ट तथा चीफ आपरेटिंग आॅफिसर प्रो. गीता गंाधी किंगडन ने सर्वप्रथम सभी मेधावी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि सी.एम.एस. में विश्व नागरिक बनने की शिक्षा दी जाती है जिससे बच्चों की सोच ग्लोबल एवं विश्वव्यापी बन जाती है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी टाॅपर्स नहीं हो सकते परन्तु कठिन परिश्रम करके वे इच्छित सफलता प्राप्त कर सकते हैं। प्रो. किंगडन ने छात्रों को स्वयं से प्रतिस्पर्धा करने की सलाह देते हुए कहा कि थोड़े से परिश्रम से ही स्थिति बदल जाती है। उन्होंने छात्रों से जीवन में उच्च स्थान प्राप्त करने के साथ-साथ समाज की भलाई हेतु भी कार्य करने की अपील की।
इससे पहले समारोह का शुभारम्भ सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस के छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना गान से हुआ। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्कूल प्रार्थना, सर्वधर्म व विश्व शान्ति प्रार्थना, वल्र्ड पार्लियामेन्ट एवं एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह में जहाँ एक ओर महानगर कैम्पस के छात्रों ने वल्र्ड पार्लियामेन्ट के सजीव प्रदर्शन द्वारा चारित्रिक एवं नैतिक उत्थान का संदेश दिया गया तो वहीं दूसरी ओर राजाजीपुरम के छात्रों ने शानदार कव्वाली के माध्यम से माता-पिता व गुरुजनों के सम्मान का संदेश दिया। इस अवसर पर अत्यन्त सारगर्भित ‘स्टडी अब्राड काउन्सिलिंग’ को भी खूब सराहा गया।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में
सी.एम.एस. के मेधावी छात्रों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि अन्य छात्रों को भी इनका अनुकरण करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस इक्कीसवीं सदी में बीसवीं सदी की शिक्षा पद्धति काम नहीं आने वाली। आज ऐसी शिक्षा पद्धति की जरूरत है जो भावी पीढ़ी को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करे। इसी बात को ध्यान में रखकर सी.एम.एस. छात्रों को भौतिक, सामाजिक व नैतिक तीनों प्रकार की शिक्षा प्रदान कर उन्हें विश्व नागरिक बनाने के कार्य में संलग्न हंै व समाज को बेहतर बनाने के एक विद्यालय के दायित्व को निभा रहा है। उन्होंने आशा जताई कि आज के ये मेधावी छात्र अवश्य ही एक बेहतर समाज के निर्माण का कार्य बखूबी करेंगे। समारोह के अन्त में सी.एम.एस. संस्थापिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. अपने छात्रों में विश्वव्यापी मानवीय दृष्टिकोण विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सी.एम.एस. के बच्चे लगातार ऊँचाईयों को छूते जा रहे हैं तथा प्रतिवर्ष आई.सी.एस.ई. (कक्षा 10) एवं आई.एस.सी. (कक्षा 12) की बोर्ड परीक्षाओं में उनका प्रदर्शन बेहतर होता जा रहा है। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य यही है कि अन्य छात्र भी इससे प्रेरणा ले सकें एवं अपने कार्यों से अपने माता-पिता व शिक्षकों का नाम रोशन करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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