उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देंश दिए है कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित करने हेतु निर्धारित नीति के अनुसार शिक्षण संस्थाओं का विस्तार किये जाने हेतु निर्गत शासनादेशों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि क्वीन मेरी चिकित्सालय लखनऊ एवं एस.एन. मेडिकल कालेज आगरा में 100-100 बेड के अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मैटरनिटी विंग का निर्माण आगामी 31 जनवरी, 2016 तक निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ अवश्य पूर्ण करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत प्रदेश के स्वीकृत 04 मेडिकल कालेज इलाहाबाद, गोरखपुर, मेरठ एवं झांसी के उच्चीकरण हेतु गैप एनालिसिस रिपोर्ट तैयार कराकर उसका परीक्षण कर आगामी 15 अगस्त तक भारत सरकार को भेज दी जाय। उन्होंने कहा कि 04 राजकीय मेडिकल कालेजों में से मेडिकल कालेज झांसी को सर्वप्रथम इस वित्तीय वर्ष में उच्चीकरण हेतु चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि गे्रटर नोएडा में चिकित्सा विश्वविद्यालय से संबद्ध चिकित्सालय में आंशिक रूप से अन्तः रोगी विभाग आगामी 15 अगस्त 2014 तक अवश्य प्रारम्भ करा दिया जाय।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ में 200 शैय्या युक्त जी0़5 भवन का ट्रामासेन्टर का निर्माण पूर्ण कराकर यथाशीघ्र भवन का हस्तांतरण सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि ट्रामासेन्टर हेतु अनुमोदित आवश्यक उपकरणों को लगभग 100 करोड़ रूपये की धनराशि से वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही क्रय कर लिये जाय। उन्होंने कहा कि के0जी0एम0यू0 में निर्मित शताब्दी चिकित्सालय को सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के रूप में क्रियाशील कराने हेतु फेज-2 परियोजना के कार्य आगामी दिसम्बर 2014 तक अवश्य पूर्ण करा दिये जाय तथा स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष फेज-2 परियोजना में आंशिक स्थानांतरण कर सितम्बर 2014 तक लगभग 300 शैय्या उपयोग में लाये जाय।
श्री रंजन ने बताया कि प्रदेश में एक स्टेट कैंसर संस्थान कमला नेहरू अस्पताल इलाहाबाद मे तथा 03 टरशियरी कैंसर संस्थान एस0जी0पी0जी0आई0, झांसी एवं गोरखपुर मेडिकल कालेज में अनुमोदित कराने का प्रयास भारत सरकार से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि के0जी0एम0यू0 में रिजनल इन्स्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइन्स स्थापित कराने हेतु भूमि हस्तांतरण की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाय। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कालेजों में फेकेल्टी की कमी को दूर करने हेतु सार्थक प्रयास सुनिश्चित किये जाय। उन्हांेने कहा कि प्रदेश में आयुष के विभिन्न विधाओं का सुदृढ़ीकरण सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन अस्पताल भवनों का अवशेष निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ माइलस्टोन के अनुसार पूर्ण कराया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, श्री वी0एस0 भुल्लर, प्रमुख सचिव नियोजन श्री संजीव मित्तल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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