प्रमुख शिया धर्मगुरू मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नक़वी इमामे जुमा लखनऊ ने आज कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार वक्फ बेचने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है इसमें बहुत ही ईमानदार कहे जाने वाले एक कैबिनेट मंत्री इन भ्रष्टारियों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह की खबरे आ रही हैं कि उससे ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त मंत्री की भूमिका संदिग्ध है और वो नहीं चाहते कि शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड का वजूद भी बाक़ी रहे। इससे पहले भी वो इन्हीं बद उनवानों के कांधों का सहारा लेकर शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के अस्तित्व को मिटा देने के लिये साजि़श कर चुके हैं लेकिन शिया क़ौम की जागरूकता की वजह से यह लोग अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो सके इसलिये अब एक बार फिर ये कोशिश हो रही है कि उन लोगों को दोबारा वक्फ बोर्ड पर थोप दिया जाये ताकि शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के वजूद को मिट्टी में मिलाया जा सके। मौलाना ने कहा कि यह बहुत गहरी साजि़श है, जिसे हमारी क़ौम अच्छी तरह समझ रही है उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के वजूद को हम ख़त्म नहीं होने देंगे और इसके लिए अब हम पीछे नहीं हटेंगे। मौलाना ने कहा कि शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड हमारी क़ौम का बेशक़ीमती सरमाया है। मौलाना ने कहा कि सी0बी0सी0आई0डी0 जांच में दोषी पाये गए लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार बचाने की कोशिश क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि सी0बी0सी0आई0डी0 ने पूरे मामले की जांच के बाद पूर्व चेयरमैन शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड वसीम रिज़वी प्रशासनिक अधिकारी गुलाम सैय्यदैन नक़वी व बोर्ड के इन्स्पेक्टरों और कुछ मुतवल्लियों के विरूद्ध प्रदेश के विभिन्न थानों में एफ0आई0आर0 दर्ज है, परन्तु मुलजिमान न सिर्फ़ खुले घूम रहे हैं बल्कि प्रदेश सरकार उनकी पुश्त पनाही कर के भ्रष्टाचारियों को दुबारा बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपने की साजि़श कर रही है ताकि बोर्ड के अस्तित्व को ही ख़त्म किया जा सके। मौलाना ने कहा कि पूर्व चेयरमैन की सुप्रीम कोर्ट ने ज़मानत न देते हुए फौरन सरेन्डर करने को कहा था जिससे उत्तर प्रदेश सरकार को भी अवगत कराया जा चुका है, परन्तु प्रदेश सरकार उन मुलजि़मान को गिरफ़तारी के बजाये उन्हें बचा रही है जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलन्द हो गए हैं। मौलाना ने मांग की है कि फौरन मुलजि़मान की गिरफ़तारी की जाये। मुतवल्लियों की वोटर लिस्ट में काट-छांट की गयी है उसे दुरूस्त किया जाये और मुतवल्ली वोटरों की संख्या बढ़ाई जाये, जिसको पूर्व चेयरमैन और कर्मचारियों की मिली भगत से कम किया गया है। शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव सचिव स्तर के अधिकारी की निगरानी में कराया जाये और इस चुनाव से बोर्ड के कर्मचारियों को दूर रखा जाये। उन्होंने शिया समुदाय मंे अपील की है कि तमाम शियाने हैदरे कर्रार तमाम मर्दों औरतों और बच्चों से गुज़ारिश है कि बाद नमाज़े जुमा अलविदा हुसैनिया आसिफी बड़ा इमामबाड़ा में जमा हों। इन्शाअल्लह जुमअतुल विदा की नमाज़ के बाद वज़ीरे औक़ाफ़ आज़म खां और वज़ीरे आला अखिलेश यादव का घेराव किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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