भारतीय जनता पार्टी ने मोहनलालगंज में हुई दरिन्दगी के खुलासे पर कहा कि जब पीडि़त पक्ष इस पूरे मामले पर पुलिसिया खुलासे पर संदेह व्यक्त करते हुए सीबीआई जांच की मांग कर रहा है, तो इसे माना जाना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पुलिस के आला अधिकारी के बदलते बयान और उस परिप्रेक्षय में किये गये खुलासे ने कई सवाल खड़े किये है। पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराये जाने के पीडि़त पक्ष की मांग का भाजपा समर्थन करती है।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पहले दिन पुलिस के आलाधिकारी ने कहा कि साक्ष्य देखकर लग रहा कि घटना में एक से ज्यादा लोग शामिल रहे होंगे। पर जब खुलासा हुआ तो जो थ्योरी आयी उसमें स्पष्ट हो रहा है कि घटना को एक व्यक्ति ने अकेले अंजाम दिया। इसका तकनीकि पहलू प्रशासनिक तंत्र जाने । पर स्वाभाविक है जब सवालों के उत्तर स्पष्ट नही होंगे तो पूरी थ्योरी पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होगा। कहा गया कि शव को सुरक्षित रखा जाये, फिर अचानक एैसी कौन सी परिस्थिति का निर्माण हुआ कि रातो रात उसकी अंत्येष्ठि करनी पड़ गयी। भाजपा कार्यकर्ता मर्चरी पर जब प्रदर्शन कर रहे थे तो उन्हे आश्वस्त किया गया था कि 72 घण्टे तक शव को सुरक्षित रख जायेगा। फिर अचानक इस निर्णय के पीछे कारण क्या है? स्पष्ट किया जाये।
उन्होने कहा कि अपराध और दुराचार की घटनाओं से कराह रहे प्रदेश में घटना होने के बाद आनन-फानन में उसके खुलासे में जुटी पुलिस अपराधों को रोक पाने के उपाय क्यों नही करती ? क्या उन अधिकारियों की भी जिम्मेदारी कभी तय होगी जो अपने तेज तरार और जाॅबाज होने का स्वांग रचत है? क्या उनके विरूद्ध भी कार्यवाही होगी? मोहनलालगंज की घटना के खुलासे के बाद जिस तरह के संदेह की परिस्थितियों उत्पन्न हुयी है उससे प्रतीत होता है कि इस मामले की गम्भीरता पूर्वक जांच किये जाने की आवश्यकता है।
श्री पाठक ने कहा बदायूॅ प्रकरण पर परिजनों की मांग पर सीबीआई जांच की अनुसंशा कर चुकी अखिलेश सरकार इस प्रकरण पर भी परिजनों की मांग को दृष्टिगत रखते हुए सीबीआई जांच के अनुसंशा करे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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