भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश सरकार पर अपने ही लिए गए फैसलों से पलटने का आरोप लगाते हुए आज कैबिनेट की बैठक में डीजल पेट्रोल पर वैट की दरों को बढ़ाने के फैसले को वापस लिए जाने की मांग की है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अपनी नाकामियों की तोहमत मीडिया पर मढ़ बचाव की मुद्रा में आये मुख्यमंत्री बदायूं की घटना पर कार्यवाही की बात स्वीकार कर रहे, पर वह यह क्यों नहीं बताते की नित प्रदेश में महिला दुराचार और हैवानियत की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कौन से उपाय सरकार कर रही है। अखिलेश सरकार के लगातार किये जा रहे दावो के विपरित रोज मां बहनों के साथ प्रदेश में हो रही घटनाऐ समाचारों की सूर्खिया बनी हुई है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर संवाददाताओं से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि चुनाव समाप्त हुए अभी एक माह भी पूरे नही हुए कि जनता को मंहगाई एक और तोहफा अखिलेश सरकार ने दे दिया। जब सदन आहुत (वजट सत्र) है तो फिर जनता से इतनी खुन्नस क्यांे?इतनी जल्दीबाजी क्यों? उन्होने कहा कि हार की हताशा से भ्रमित अखिलेश सरकार अपने ही फैसलों को पलट रही है, पहले बड़े जोर-शोर से प्रचारित किया गया कि सिपाहियों की सुविधा के लिए प्रभावी नीति बनाई गयी है, किन्तु अब उसमें परिवर्तन किया गया है। राज्य की कानून व्यवस्था पर घिरी सरकार अनिर्णय और अनिश्चितता की शिकार है। बदायूॅ पर प्रभावी कार्यवाही के दावे करते नही थकती सरकार ने पुलिस महानिदेशक को आज भेजा तब जब सरकार खुद कह रही है कि मामलों को सी0बी0आई0 जांच के आदेश हो चुके है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मीडिया को आरोपों की जद में लाते है किन्तु क्या दुसरे राज्यों की घटनाओं का उदाहरण देकर प्रदेश मे अपराध कम किये जा सकते है। जहां तक मामलों को तूल दिये जाने का है तो यदि घटनाएं रूक जाये तो मीडिया कैसे तूल दे पायेगा? अलीगढ़ में सुरक्षित जोन के जजेज कम्पाउण्ड में हुई महिला जज के साथ वारदात ने सरकार की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिये। श्री पाठक ने कहा औरैया के बावरपुर के अजीतमल थाना क्षेत्र के गरीब परिवार की बच्ची जब गायब होती है तो परिजनों की बात पुलिस क्यों सुनती? अब तीन दिन बाद जब भाजपा नेताओं और स्थानीय जनता ने धरना दिया मामला उठाया तब जाकर पुलिस हरकत में आयी। उस बालिका के साथ हुई घटना पर कार्यवाही आखिर तब हुई जब भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता भदौरिया ने धरना दिया। धरने के बाद जिन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हुई वह पहले क्यों नही हुई? कार्यवाही भी तो तभी हो रही है, जब मीडिया और विपक्ष घटनाओं पर संज्ञान में ले रहा है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव सवालों से उत्तेजित क्यों हो रहे है। बिजली को लेकर सियासत में जुटी सरकार भाजपा के लोगों को चालू लोग बता रही है। आखिर बिजली वितरण में असमानता है कि नही यदि नही है तो सरकार क्यो नही कहती लगातार बिजली के सवाल पर निरूत्तर सरकार अपने पक्ष में कुर्तक गढ़ बचने का प्रयास कर रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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