उ0प्र0 के विभिन्न जनपदों के ग्रामीण अंचलों में कृषि से सम्बन्धित संचालित विभिन्न योजनाओं, कृषि निवेशों, बीज, खाद, कृषि रक्षा रसायन, कृषि यंत्र, अनुदानों आदि की समय से उपलब्धता, वितरण का कृषि अधिकारी क्रास चेंकिग करके निरीक्षण करें। ऐसे औचक निरीक्षण एक-दूसरे मण्डलों में पन्द्रह-पन्द्रह अधिकारियों की टीम बना कर किये जायें, जिससे किसानों को उनका लाभ वास्तविकता में एवं पूरा-पूरा मिल सके। कृषि मंत्री श्री मनोज कुमार पाण्डेय ने यहां यह निर्देश अधिकारियों को दिये।
कृषि मंत्री ने आदेश दिये कि कृषि सम्बन्धित योजनाओं के बारे में किसानों को ज्ञान देना, उन्हे नई तकनीक को अपनाने, संतुलित उर्वरकों को प्रयोग, बयोपेस्टीसाइट, शत-प्रतिशत बीजों का शोधन, सूक्ष्मतत्वों के उपयोग आदि का ज्ञान देने की जिम्मेदारी अधिकारियों/कर्मचारियों की है। उन्होंने औचक निरीक्षण के बारें में सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई अधिकारी/कर्मचारी अपने दायित्वों का पालन नही करेगा तो उस के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी।
बैठक में उन्होंने खरीफ में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कृषि अधिकारियों को ऐसी चुस्त-तुरूस्त व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये कि जिससे सभी जनपदों में बीज, खाद, कृषि रक्षा रसायन, सिंचाई बिजली आदि समय से उपलब्ध हो। उन्होंने निर्देश दिये कि इसके लिए समय-समय पर योजनाओं का अनुश्रवण के लिए किसानों के बीच जाना अति अवाश्यक है। उन्होंने सभी ग्राम सभाओं की चारों कोनों का मृदा परीक्षण का परीणाम प्राथमिकता के आधार पर करने के लिए निर्देश दिये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com