उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैं कि मिनी कामधेनु डेरी इकाईयों की ब्याजमुक्त ऋण योजना के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य 2500 तथा कामधेनु डेरी इकाइयों को ब्याजमुक्त ऋण योजना में निर्धारित लक्ष्य 450 इकाईयों हेतु लाभार्थियों का चयन आगामी 30 जून तक अवश्य सुनिश्चित कर 15 जुलाई तक स्वीकृत पत्र निर्गत करा दिये जायं। उन्होंने कहा कि निर्धारित कार्ययोजना के तहत आगामी 15 सितम्बर तक संबंधित बैंको से ऋण स्वीकृत कराकर इकाईयों के निर्माण कार्यो को 15 नवम्बर तक अवश्य पूर्ण करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि संबंधित बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत करने में विलम्ब होने की स्थिति में बैंक के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर लाभार्थियों को यथाशीघ्र ऋण स्वीकृत कराकर धनराशि उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि कामधेनु डेरी इकाइयों के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष लाभार्थियों की चयन की प्रक्रिया में किसी प्रकार का विलम्ब क्षम्य नहीं होगा।
मुख्य सचिव आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में कामधेनु डेरी इकाइयों की ब्याजमुक्त ऋण योजना के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य 2950 लाभार्थियों के चयन प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कुक्कुट विकास नीति 2013 के अन्तर्गत कामर्शियल लेयर फार्मिंग एवं ब्रायलर पैरेन्ट फार्मिंग के अन्तर्गत बैंक ऋण स्वीकृत के लम्बित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि ऋण स्वीकृत हेतु अवशेष 71 आवेदन पत्रों का परीक्षण कराकर विशेष प्रयास करते हुए विलम्बतम आगामी अगस्त 2014 तक बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत किये जाय। उन्होंने कहा कि ऋण स्वीकृत करने में बैंको से अनावश्यक विलम्ब होने की स्थिति में एस0एल0वी0सी0 की बैठक में ऐसे प्रकरणों को प्राथमिकता से संज्ञान में लाकर उनका निराकरण कराया जाय।
श्री उस्मानी ने कहा कि मत्स्य विकास नीति के अन्तर्गत स्टेट ब्रूड बैंक की स्थापना हेतु भूमि हस्तांतरण आगामी माह जुलाई तक सुनिश्चित किया जाय तत्पश्चात् परियोजना के निर्माण कार्य का एस0एल0एस0सी0 द्वारा प्राथमिकता पर अनुमोदन कराया जाय। उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यों में और अधिक गति लाने हेतु विभागीय कार्मिकों का रिफ्रेशर कोर्स, मत्स्य पालकों एवं मत्स्य जीवी सहकारी समितियों का प्रशिक्षण कार्य आगामी जून माह से अवश्य प्रारम्भ करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि लगभग 14 फिश फीड मिल की स्थापना आगामी मार्च 2015 तक कराने हेतु समय सारिणी बना ली जाय। उन्होंने कहा कि नई मत्स्य प्रजातियों को बढ़ावा देने हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में 20 हेक्टेयर जल क्षेत्र को झींगा पालन से आच्छादित कराते हुए झींगा पालन को प्रोत्साहित किया जाय। उन्होंने कहा कि मोबाइल फिश पार्लर की स्थापना हेतु समय सारिणी बनाकर खाद्य प्रसस्ंकरण एवं मूल्यवर्धित उत्पादों की ब्रिकी को प्रोत्साहित किया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव पशुुपालन एवं मत्स्य श्री योगेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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