जिले कें ग्रामीण क्षेत्रों में मिलावटी पेट्रोल और डीजल की बिक्री बहुत धडल्ले से की जा रही है। इसके अलावा इसकी बिक्री में की जा रही घटतौली से उपभोक्ताओं को भारी नुकसान उठाना पड रहा है। परन्तु शासन के लोग इस ओर किचिंत भी ध्यान नही दे रहे है।
उपभोक्ताओं का कहना है कि डीजल और पेट्रोल के अलावा अब मोबिल भी घटिया किस्म का मिलना प्रारम्भ हो गया है। टूटी आयल भी खुला मिलने के कारण इसकी विश्वसनीयता पर भी प्रतिकूल असर पड रहा है। मिलावटी पेट्रोल और डीजल से वाहनों और डीजल इंजनों पर भी इसका बुरा असर भी पड रहा है।
जिससे वाहन भी बहुत जल्द ही खराब हो जाते है। इनके धुएं से भी प्रदूषण फैल जाता है। जैसा कि जौनपुर-लखनउ मार्ग पर कुछ पेट्रोल पम्प पेट्रोल और डीजल में मिलावट करके अच्छी खासी मुनाफा खोरी कर रहे है। इन्हीं पेट्रोल पम्पो से छोटे-मोटे व्यापारी डीजल खरीदते है। उन्हें शिकायत है कि डीजल भी कम नापा जाता है।
हालांकि ऐसा नही है कि इसकी जानकारी सम्बन्धित विभाग को नहीं है। लेकिन इसका कोई प्रभाव पडने वाला नही है। आये दिन उपभोक्ताओं एवं कर्मचारियों में भी नोंक-झोंक हो जाया करती है। लोग बिना लाइसेंस के दुकानें चला रहे है और इतना ही नही पेट्रोल पम्पों से दो रुपये कम पर मिलावटी डीजल खरीदा जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com