उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैं वर्तमान वर्ष की कार्य येाजना के अनुसार प्रसव इकाईयों का सुदृढीकरण, प्रसव इकाईयों पर मातृ स्वास्थ्य, नवजात शिशु स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं किशोर स्वास्थ्य की समस्त सुविधायें समग्र रूप से उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्हांेने कहा कि भारत सरकार को प्रेषित प्रदेश के लिये वृहद आई0ई0सी0/बी0सी0सी0 स्टैªटजी एवं प्लानिंग गाइड लाइन के अनुसार आई0ई0सी0/बी0सी0सी0 स्ट्रैटजी का क्रियान्वयन राज्य एवं जनपद स्तर पर सुनिश्चित किया जाय। उन्हांेने मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रस्तुत वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिये कार्ययोजना हेतु लगभग 6,500 करोड़ रूपये की राज्य कार्ययोजना को शासी निकाय द्वारा स्वीकृति प्रदान करते हुए भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में स्टेट हेल्थ सोसाइटी की शासी निकाय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्हांेने वर्ष 2014-15 के लिये भारत सरकार को भेजी जाने वाली राज्य कार्य योजना पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श करते हुए कहा कि अधिक से अधिक पात्र लोगों को योजना से लाभान्वित कराया जाय। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को भेजी जाने वाली राज्य कार्ययोजना में नवजात शिशु की देखभाल पर विशेष ध्यान देकर नवजात शिशु की मृत्यु दर में कमी लायी जाय। जिसके लिए सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट, नियो नेटल एम्बुलेन्स, पीडिएट्रिक इन्टेन्सिव केयर यूनिट पर विशेष ध्यान दिया जाय ।
श्री उस्मानी ने निर्देश दिये कि जो भी कार्यक्रम प्रस्तावित किये जा रहे हैं उनका निर्धारित समय से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराये जाने हेतु पूर्व से ही रणनीति तैयार कर ली जाये। उन्होंने प्रदेश में गिरते हुये लिंग अनुपात पर भी विशेष ध्यान देकर सुधार लाने के लिये स्पष्ट एवं प्रभावी रणनीति तैयार कर प्रस्तुत किये जाने हेतु निर्देश दिए।
मिशन निदेशक श्री अमित घोष ने बताया कि वर्तमान वर्ष हेतु सभी जनपदों द्वारा विभिन्न इकाईयों पर उपलब्ध मानव संसाधन, उपकरण, क्षमता एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबंधित गैप्स को चिन्हित करते हुये जनपदीय कार्य योजना तैयार कर राज्य कार्य योजना में संकलित किया गया है। उन्होने बताया कि इस वर्ष की कार्य योजना के तहत नाॅन कम्यूनिकेबिल डिसीसेज़ का विशेष घटक रखा गया है जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, वृद्वावस्था स्वास्थ्य, कैंसर, डायबिटीज, स्ट्रोक, कार्डियोवैसकूलर डिसीसेज़ एवं ट्यूबर क्युलोसिस आदि के कार्यक्रमों को सम्मिलित किया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री संजय अग्रवाल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री अरूण सिंघल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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