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बहाईयों द्वारा रिज़वान का पर्व धूमधाम से मनाया गया

Posted on 10 May 2014 by admin

स्थानीय बहाई आध्यात्मिक सभा द्वारा रिज़वान का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ बहाई इन्स्टीट्यूट, इन्दिरा नगर में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर वक्ताओं द्वारा बहाउल्लाह की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला गया तथापि समस्त मानव जाति की खुशहाली के लिए बच्चों तथा युवकों द्वारा भक्ति गीत, प्रार्थना नृत्य, लघु नटिकाओं के सुन्दर प्रस्तुतीकरण करके ईश्वरीय एकता का आलोक बिखेरा। विदित हो कि बहाई समुदाय द्वारा बारह दिनों के रिजवान पर्व को ईश्वरीय वसंतोत्सव के रूप में मनाया जाता है। रिजवान पर्व बहाइयों के लिए विशेष महत्वपूर्ण एवं पवित्र है क्योंकि इन्हीं बारह दिनों के रिजवान काल में बहाई धर्म के संस्थापक-अवतार बहाउल्लाह का प्रकटीकरण हुआ था और बहाउल्लाह ने अपने आपको वैश्विक इच्छा के विस्तार के रूप में इस दुनिया में अवतरित किया। बहाउल्लाह ने घोषणा की थी कि उनके अवतार का सम्पूर्ण उद्देश्य विश्व के मानव मात्र की भलाइ, शान्ति एवं सुरक्षा के अलावा और कुछ नहीं है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बहाई अनुयायी डा. (श्रीमती) भारती गांधी ने कहा कि रिजवान पर्व को पर्वो के राजा के रूप में स्थान प्राप्त है। रिज़वान का शाब्दिक अर्थ है स्वर्ग। बहाई लेखों में इस शब्द का प्रयोग उस बगीचे के लिये किया जाता है जिसमें 21 अप्रैल से 2 मई तक बहाई धर्म के संस्थापक बहाउल्लाह ठहरे थे। इसी बगीचे में बहाउल्लाह ने धरती पर अपने अवतरित होने के उद्देश्य की घोषणा अपने अनुयायियों के सामने की थी। रिज़वान के पहले दिन बहाई आध्यात्मिक सभा का चुनाव भी सम्पन्न होता है। डा. गांधी ने बताया कि बहाई धर्म के संस्थापक बहाउल्लाह ने तीन शिक्षायें दी हैं - पहला कभी म्यान से तलवार नही निकलेगी अर्थात बहाई सदैव अहिंसा का व्यवहार करेंगे।दूसरा वे एक हजार वर्ष के लिये अवतार के रूप में अपनी शिक्षाओं से प्रभावित करेंग तथा तीसरा - इस क्षण से धरती में जितनी भी ईश्वर की सृजित वस्तुयें है उनसे नई क्षमता उत्पन्न हो जायेगी, एक नई चेतना जाग्रत हो जायेगी और उसी दिन से विज्ञान के क्षेत्र में अविष्कार होने आरम्भ हो गये।
डा. गाँधी ने आगे कहा कि बहाई धर्म की आधारशिला मानव मात्र की एकता है। बहाई धर्म पूरे विश्व से मतभेद समाप्त कर एक शान्तिमय एवं खुशहाल विश्व समाज की परिकल्पना पर अवलम्बित है। बहाई धर्म आज विश्व का ऐसा धर्म है जो कि सारी दुनिया को प्रेम, एकता एवं आध्यात्मिकता के पवित्र सूत्र में बांधने के लिए कार्य कर रहा हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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