‘‘जलियाँवाला बाग घटना में शहीद हुए लोगों की स्मृति में गाँधी भवन सभागार मंे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका आयोजन शहीद स्मृति समारोह समिति एवं गांधी स्मारक निधि के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन तथा जलियावाला बाग काण्ड स्मारक, महात्मा गाँधी जी एवं क्रांतिवीर रामकृष्ण खत्री के चित्रों पर मुख्य अतिथि लखनऊ नदवा कालेज के प्रवक्ता मौलाना आफताब आलम नदवी, सरदार बिजेन्द्र पाल सिंह गुरु गोविन्द सिंह स्टडी सर्किल लखनऊ के अध्यक्ष, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आचार्य वेदव्रत अवस्थी, उदय खत्री, डाॅ0 बैजनाथ सिंह, लाल बहादुर राय डाॅ0 कमलेश दुबे प्रमोद त्रिपाठी दीपंकर, सूचनाधिकारी बी0एल0 मौर्य कवि कृष्णानंद राय तथा अन्य गणमान्य लोगांे द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नदवा कालेज लखनऊ के प्रिंसपल के प्रतिनिधि के रूप में पधारे प्रो0 मौलाना आफताब आलम नदवी ने बड़े जोशीले अंदाज में अमर शहीदों द्वारा देश की आजादी में दी गयी कुर्बानियांे की विस्तार से जानकारी उपस्थित लोगों को दी। उन्होने कहा कि जंग-ए-आजादी के आन्दोलन में हिन्दुस्तान के सभी वर्गों हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई भाइयों ने एक जुट होकर भाग लिया और कुर्बानियाँ दी जिसकी वजह से ही हमें अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली। उन्होंने कहा पूरी दुनिया में हिन्दुस्तान सबसे अच्छा मुल्क है। सभी वर्गों के लोग इस मुल्क की शान-ओ-शौकत को एकजुट होकर बढ़ाने में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें। नयी पीढ़ी को एकता, अखण्डता, प्रेम, आपसी भाईचारे, मुहब्बत, इंसानियत, नेकी, परोपकार, सबके प्रति आदर भाव तथा सबकी हिफाजत एवं खिदमत करने के लिये शिक्षित किया जाये ताकि वे बड़े होकर मुल्क का नाम रोशन कर सकें। मौलाना आफताब आलम नदवी ने मुल्क की तरक्की, बुलंदी, अमन चैन तथा कौमी एकता को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
गुरु गोविन्द सिंह स्टडी सर्किल, लखनऊ के अध्यक्ष सरदार ब्रिजेन्दर पाल सिंह ने कहा कि अमर शहीदों की गाथा केवल इतिहास एवं किताबों के पन्नों तक ही सीमित न रह जाये बल्कि उनकी गौरव गाथाओं को देश की युवा पीढ़ी को अवश्य बताया जाये। उन्होंने कहा पंजाब अमृतसर स्थित जलियावाला बाग में देश की आजादी के लिये शांतिपूर्ण ढंग से आवाज, बुलंद करने के लिये जब लोग एकत्रित हुए थे तो अंग्रेज जनरल डायर ने उन निहत्थे लोगों पर गोलियाँ बरसाई और उनको मौत के घाट उतार दिया उससे जो प्रतिक्रिया हुई उसका नतीजा हुआ कि पूरे देश के सभी वर्गों के लोग अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हो गये। उन शहीदों की स्मृति करके देश के लोगों में चेतना जागी। देश की आजादी के लिये पूरा भारत एक जुट हो गया और देश को आजाद कराया।
श्री सिंह ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय के प्रबंधक/प्रिंसपल अपने स्कूलों के बच्चों को शहीदों के स्थलों/स्मारकों आजादी की ऐतिहासिक घटनाओं, महापुरुषों से जुड़े स्थलों का भ्रमण जरूर करायें जिससे उनके मन में शहीदों के त्याग, बलिदान, कार्यों का जोश एवं जज्बा उत्पन्न हों और वे बड़े होकर राष्ट्रहित में अपना योगदान दे सकें।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आचार्य वेदव्रत अवस्थी ने कहा कि सभी वर्गों के लोगों ने राष्ट्र की आजादी में उल्लेखनीय योगदान दिया जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। अमर शहीदों के त्याग, बलिदान एवं राष्ट्रहित/जनहित के कार्यों से नयी ऊर्जा, नयी चेतना जागृत होती हैं। उन्होंने विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को नैतिक शिक्षा देने पर तथा नैतिक शिक्षा के अनुसार उनको आचरण एवं व्यवहार कुशल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने चरित्र निर्माण पर विशेष बल दिया।
श्री प्रमोद त्रिपाठी पंकज ने कहा कि राष्ट्रहित एवं जनहित का चिंतन बेहद जरूरी है। अमर शहीदों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सबको राष्ट्र के उत्थान में जुट जाना चाहिये, जिससे राष्ट्र का गौरव बढ़े। सभी सुखी एवं खुशहाल रहें। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डाॅ0 बैजनाथ सिंह ने कहा कि अमर शहीदों के माता-पिता ने भी उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने सभी अभिभावकों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को चरित्रवान, महान देशभक्त बनने की प्रेरणा दें जिससे बड़े होकर वे राष्ट्र के नवनिर्माण में अपना उल्लेखनीय योगदान दे सकें।
शहीद स्मृति समारोह समिति के महामंत्री श्री उदय खत्री, सूचना अधिकारी बी0एल0 मौर्य, वीरेन्द्र त्रिपाठी, लाल बहादुर राय, कृष्णानन्द राय, डाॅ0 कमलेश दुबे यूनीक कांवेंट इण्टर कालेज के छात्र-छात्राओं बुशरा, अमन अरुणि रस्तोगी संजल, आकांक्षा, नैंसी, रिशिका, दीप शिखा, मोनिका एवं समीक्षा ने अपने जोशीले देशभक्ति के गीतों से उपस्थित लोगों में नया जोश, नयी उमंग नयी चेतना का संचार किया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं को सम्मानित एवं पुरस्कृत भी किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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