सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में चल रहे छठें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव
(आई.सी.एफ.एफ.-2014) के दूसरे दिन का भव्य उद्घाटन सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में बड़े ही उल्लासपूर्ण माहौल में हुआ। इस अवसर पर प्रख्यात गायक अभिजीत सावंत, फिल्म ‘बाॅम्बे टाकीज’ व टी.वी. सीरियल ‘कैसा ये प्यार है’ की बाल कलाकार खुशी दुबे एवं फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ के बाल कलाकार जपतेज सिंह ने अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की रौनक में चार चाँद लगा दिये। सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में शैक्षिक फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण करने पधारे हजारों छात्रों ने तालियां बजाकर फिल्मों से जुड़े इन सितारों का भरपूर स्वागत किया। किशोर व युवा छात्रों में अभिजीत सावंत, खुशी दुबे व जपतेज ंिसंह से मिलने व उनसे हाथ मिलाने का सहज उल्लास देखा जा सकता था। ज्ञातव्य हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल के फिल्म्स डिवीजन के तत्वावधान में नौ-दिवसीय ‘‘छठाँ अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव’’ 7 से 15 अप्रैल तक आयोजित किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत 38 देशों की लगभग 305 बेहतरीन शिक्षात्मक व प्रेरणादायी फिल्मों का प्रदर्शन सी.एम.एस. कानपुर रोड के सात मिनी आॅडिटोरियम में निःशुल्क किया जा रहा है।
शिक्षात्मक फिल्मों की कड़ी में आज फिल्मों का प्रदर्शन एनीमेशन बाल फिल्म ‘‘द इण्डियन वेस’’ से हुआ। इसके अलावा मनोरंजन से भरपूर अनेक शिक्षात्मक फिल्में सी.एम.एस. के कानपुर रोड के विभिन्न आॅडिटोरियम में प्रदर्शित हुई, जिनमें ट्रेवलिंग मशीन, द सांग आॅफ बर्ड, रोशनी, घर किसका है, बेटा, चक्रव्यूह, द ड्रीम मैच, होमवर्क, ए ट्री एण्ड ए फ्लावर, गुलदस्ता, द मैजिक स्टैम्प, व्हेन द कलर गोज अवे, द ड्रीम आॅफ द ग्रैण्डमास्टर, द किचन, ए फनी लिटिल रेड राइडिंग हुड, लव द नेबर, इफ ओनली समवन कम्स, द मैजिक टर्टल, टेक केयर, ए टीचर्स लेसन, साउण्ड आॅफ जाॅय, अंगुलिमाल आदि प्रमुख हैं। इन शिक्षात्मक बाल फिल्मों को देखने एवं इनसे प्रेरणा लेने हेतु भारी संख्या में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों की गहमागहमी देखने को मिली। खास बात यह है कि इस अन्तर्राष्ट्रीय चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल के दौरान लखनऊ के गरीब, अनाथ व पिछड़े तबके के बच्चों को भी मुफ्त में फिल्में देखने का मौका मिल रहा है और वे बच्चे जो कि आर्थिक अभाव में स्कूल तक नहीं जा सकते वे भी नैतिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारे अभिजीत सावंत, खुशी दुबे व जपतेज ंिसंह आज अपरान्हः सत्र में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं इस भव्य आयोजन पर दिल खोलकर पत्रकारों से चर्चा की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रख्यात गायक अभिजीत सावंत ने कहा कि मेरे लिए अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि दूसरी बार मुझे इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में आने का अवसर मिला और बच्चों को प्रेरणा देने वाले इस पुनीत कार्य के लिए समय निकालना मैने तय कर रखा था। हम सब, जो कुछ भी इस महान कार्य के लिए योगदान दे सकें, वह थोड़ा है। इस अवसर पर बाल कलाकार खुशी दुबे ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने समकक्ष बच्चों से यही कहना चाहूँगी कि आप अपने अन्दर छिपी प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल करें तो सफलता आपके कदमों में होगी। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी अपने बच्चों को सपोर्ट करना चाहिए क्योंकि प्रत्यक बच्चा अपने आप में अनूठा होता है। अपने कैरियर पर बात करते हुए खुशी ने बताया कि साढ़े चार वर्ष की अवस्था से ही मैं फिल्मों से जुड़ी हूँ और मेरी माँ ने इस क्षेत्र में कदम बढ़ाने हेतु मुझे खूब प्रोत्साहित किया। इसी प्रकार फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ के बाल कलाकार जपतेज सिंह ने बताया कि हालांकि फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ के आॅडीशन व बाद में इस फिल्म हेतु मैंने कठिन परिश्रम किया था एवं ट्रेनिंग भी ली थी परन्तु फिर भी मुझे अपने आप पर यकीन नहीं था। ऐसे में मेरे माता-पिता ने मेरा बहुत सपोर्ट किया। इस बाल फिल्मोत्सव की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए जपतेज ने कहा कि सचमुच सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव अपने आप में अनूठा है। इस प्रेरणादायी महोत्सव में पूरे विश्व की एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक फिल्में दिखाई जा रही हैं।
प्रेस कान्फ्रेन्स में उपस्थित अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस. ने कहा कि इस महोत्सव की सबसे अच्छी बात यह है कि जीवन के जिन नैतिक सिद्वान्तो के बारे में हम बच्चों को पढ़ाते रहे हैं उन्हें बाल फिल्मों के माध्यम से जीवन्त रूप से बच्चों को दिखाना व उससे प्रेरणा देना अनूठा अहसास है। उन्होंने कहा कि यहाँ दिखाई जाने वाली फिल्में खासतौर पर बच्चों के लिए बनाई गई हैं लेकिन फिर भी उनमें माता-पिता, अभिभावकों व शिक्षकों के लिए सीखने को बहुत कुछ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बच्चों के साथ ही माता-पिता को भी इन फिल्मों से संदेश ग्रहण करना चाहिए। डा. गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. का विश्वास है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो वर्तमान युग के प्रश्नों के उत्तर दे सके। आज हमारे विद्यालयों के साथ ही माता-पिता को यह प्रश्न विचलित कर रहा है कि घरों में और बच्चों की पढ़ाई के कमरों तक में घुस आयी अश्लीलता की इस महामारी से हम अपने बच्चों को कैसे बचायें? इस प्रश्न का उत्तर ढूढ़ने के लिए ‘चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल’ की आवश्यकता महसूस की गयी है।
फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर श्री वर्गीस कुरियन ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क है एवं लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चे, युवक, माता-पिता, अभिभावक व शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं। उन्होंने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में रोजाना दो शो आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें प्रथम शो प्रातः 9.00 बजे से एवं दूसरा शो दोपहर 12.00 बजे से प्रारम्भ होता है। श्री कुरियन ने कहा कि विश्व शान्ति व विश्व एकता को समर्पित सी.एम.एस. के इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक बाल फिल्मों के माध्यम से छात्रों व युवाओं के नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक गुणों को विकसित कर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. सभी संभव माध्यमों से बच्चों के चारित्रिक व नैतिक उत्थान में संलग्न है एवं हमारा प्रयास छात्रों को सर्वांगीण शिक्षा उपलब्ध कराकर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में बच्चों के चरित्र निर्माण एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा देने हेतु यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। श्री शर्मा ने बताया कि कल 9 अप्रैल को प्रख्यात गायक श्री अभिजीत सावंत इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के तीसरे दिन का उद्घाटन करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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