लखनऊ लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार प्रो0 अभिषेक मिश्र ने कहा है कि उनकी पार्टी की सरकार ने गत दो सालों में व्यापक रूप से विकास कार्यक्रमों को शुरू करके विकास को नये आयाम दिये हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सच मायनों में वर्तमान सरकार ने अपने अल्पकाल के दौरान विकास की गंगा बहाई है। उनकी सरकार ने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी वर्गाें के विकास की ओर विशेष ध्यान केन्द्रित किया। इन वर्गों के हित में अनेक ऐसी योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रारम्भ कराया गया, जिसका त्वरित लाभ इन वर्गों को सुगमता से मिल सके। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के व्यापक अवसर भी सृजित किये गये।
प्रो0 मिश्र आज केशव नगर, अकबरी गेट तथा बरावन कला बालागंज में आयोजित सभाओं को सम्बोधित किया। इन सभाओं में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद की व्यवस्था की गयी। अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं को स्वावलम्बी बनाने तथा रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए उन्हें कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण की सुविधा सुलभ कराने की व्यवस्था की गयी।
प्रो0 मिश्र ने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के समग्र विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यकों को केवल वोट बैंक समझती रही, किन्तु उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सदैव वंचित रखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लगभग छः दशकों तक केन्द्र की सत्ता में रहने के बाद भी सच्चर कमेटी की सिफारिसों को लागू करने की ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया, जिससे उनका भला हो सकता। उन्होंने कहा कि यदि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को क्रियान्वित कर दिया गया होता, तो आज मुस्लिम समुदाय सामाजिक एवं शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े हुए लोगों की श्रेणी में नहीं होते। उन्होंने आश्वस्त किया कि केन्द्र में तीसरे मोर्चे की सरकार बनने पर सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को प्राथमिकता से लागू कराने का काम किया जायेगा।
सपा प्रत्याशी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं है। सपा ने विधान सभा चुनाव के पूर्व जो भी घोषणाएं और वायदे किये थे, उन्हें सरकार बनने के बाद दो साल में ही पूरा कर दिया गया। उन्होंने कांगे्रस, भाजपा और बसपा की सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सभी पार्टियां आपस में मिली हुई हैं और सत्ता पाने के बाद केवल अपने स्वार्थ सिद्ध में अथवा पूॅंजीपतियों और धन्नासेंठों को लाभ पहुॅंचाने में लगी रहीं। इन पार्टियों ने उत्तर प्रदेश के विकास को कोई तरजीह नहीं दी। आज उत्तर प्रदेश की गणना देश में पिछड़े राज्यों की श्रेणी में होती है। उन्होंने कहा कि भाजपा साम्प्रदायिक पार्टी है और वह प्रदेश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर सामाजिक सद्भाव का माहोल खराब करना चाहती हैं। केन्द्र में मा0 अटल जी की सरकार रहने पर भी उत्तर प्रदेश के प्रति घोर उपेक्षा बरती गयी, उनके द्वारा जो घोषणाएं की गई थीं, वे आज तक फलीभूत नहीं हो सकीं। उन्होंने कहा कि बसपा ने अपने पाॅंच साल के शासन के दौरान केवल पूरे प्रदेश में जनता की गाढ़ी कमाई को पत्थरों में ही लगाने का काम किया। उसे प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना ही नहीं रहा। बसपा के शासन काल में आम आदमी इस कदर पीडि़त और उपेक्षित हो गया था कि उसने जल्द ही इस शासन को उखाड़ फेंका। उन्होंने कांगे्रस पार्टी को आड़े हाॅंथों लेते हुए कहा कि यह घोटालों और भ्रष्टाचार की पार्टी है। इस पार्टी ने मंहगाई से आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी।
सपा उम्मीदवार ने कहा कि विरोधी पार्टियों से प्रदेश और देश की जनता अब आजिज आ चुकी है, इसीलिए वह अब केन्द्र में तीसरे मोर्चे की सरकार को देखना चाहती है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर सपा सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियों से जन-जन को परिचित कराएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि लखनऊ संसदीय क्षेत्र की जनता से मिल रहे व्यापक समर्थन और आशीर्वाद से इस बार यह सीट निश्चित ही सपा की झोली में होगी।
सर्वश्री दीपक रंजन, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, मुजीबुर्रहमान उर्फ बबलू, ताराचन्द्र यादव तथा श्री देवी बख्स सिंह एडवोकेट सहित अन्य वक्ताओं ने भी जनसभा में अपने विचार व्यक्त किए तथा सपा की सरकार की उपलब्ध्यिों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए आश्वस्त किया कि यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में ही जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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