समाजवादी पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र से यह साबित होता है कि वह भी भारतीय जनता पार्टी की तरह देश को सपने बेंचने का कार्य कर रही है और देश की जनता को मूर्ख समझ रही है। समाजवादी पार्टी का घोषणापत्र सिर्फ झूठ का पिटारा है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में मिड डे मील तथा मनरेगा में भ्रष्टाचार की बात करके यह मान लिया कि प्रदेश में केन्द्र की योजनाओं की किस तरह लूट हो रही है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि घोषणापत्र में बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल में विशेष पैकेज देने की बात कही गयी है। समाजवादी पार्टी यह बतावे कि केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड को दिये गये हजारेां करोड़ के पैकेज का इस्तेमाल कहां हुआ, अगर नहीं तो इस पैसे की लूट में कौन-कौन से लोग शामिल हैं। घोषणापत्र में छोटी जातियों को आरक्षण का विशेष लाभ देने की बात की गयी है। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए था कि उसके शासनकाल में जो भी भर्तियां हुईं हैं उसमें सिर्फ एक जाति विशेष के लोगों को लाभ मिला है। उन भर्तियों में छोटी जातियों को आरक्षण का लाभ क्यों नहीं मिला? क्या इसके लिए समाजवादी पार्टी की सरकार जिम्मेदार नहीं है?
श्री त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने की बात की है जबकि सच्चाई यह है कि उनके चार बार के शासनकाल में पूर्वांचल का चीनी उद्योग, हैण्डलूम उद्योग, मुबारकपुर का साड़ी उद्योग, भदोही का कालीन उद्योग, चुनार का चीनी मिट्टी का उद्योग सहित तमाम अन्य लघु उद्योग धीरे-धीरे करके या तो बंद हो गये हैं या बंदी की कगार पर हैं। जिसके कारण हजारों लोग बेरोजगार हो गये और भुखमरी के शिकार हो रहे हैं। जिसके चलते आज पूर्वांचल के बेरोजगार अन्य दूसरे प्रदेशों में रोजगार की तलाश में पलायन करने के लिए विवश हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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