आपको अवगत कराना है की तात्कालिक परिस्थिति में बुंदेलखंड के किसानो का जीवन क़र्ज़ के मकड़जाल में उलझ कर रह गया है। प्रति वर्ष पड़ने वाला सूखा एवं कई हिस्सों में आई बाढ़ के कारण किसान अपनी फसल ले पाने में असमर्थ हैं। फसल का समय आने पर किसान अपने खेत को दाँव पर लगाकर बैंक या साहूकारों से ऋण तो ले लेते हैंए लेकिन पैदावार न होने पाने से समय पर क़र्ज़ की अदायगी नहीं कर पाते हैं। कर्ज़दार किसानो में ज्यादातर ऐसे ही परिवार आते हैं जिनके घरों में खाने को अनाज नहीं है। इस परिस्थति में क़र्ज़ चुका पाने की हैसियत खो चुके किसान और मजदूर अपनी ज़िन्दगी को ख़त्म करने पर मजबूर हैं।
अब तक क़र्ज़ के कारण बुंदेलखंड क्षेत्र में हजारों की संख्या में किसान आत्महत्या कर चुके हैं। अतः इस विकट परिस्थिति को देखते हुए बुंदेलखंड के किसान आपसे निम्नलिखित मांग करते हैं दृ
1ण् बुंदेलखंड के किसानो का दिसम्बर 2013 तक क़र्ज़ माफ़ किया जाय।
2ण् विभिन्न हितगामीयों का आयोग बनाकर आत्महत्या के कारणों की जांच रिपोर्ट के आधार पर उनका ऋण माफ़ किया जाय।
3ण् बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानो को सब्सिडी के स्थान पर ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाय।
4ण् क़र्ज़ से हुयी मौत वाले परिवार में महिला को 5 लाख रूपये मुआवजा दिया जाय ।
5ण् बुंदेलखंड क्षेत्र में सूखाध्बाढ़ एवं अन्य किसी आपदा के कारण किसान को हुए फसल के नुकसान के एवज में मुआवज़ा दिया जाय।
6ण् बुंदेलखंड क्षेत्र में कृषि कार्य और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम चलायें जाएँ ।
7ण् बुंदेलखंड क्षेत्र के लघु सीमान्त कृषक व महिला किसानो को विशेष सुविधाएँ दी जाय।
8ण् लघु सीमान्त भूमिहीन ;लीज में जमीन लेकरद्ध किसानो का निशुल्क जीवन बीमाए स्वस्थ्य बीमाए फसल बीमा एवं पशु बीमा कराया जाय ।
9ण् न्याय पंचायत स्तर पर बीज भण्डारण व विपणन व्यवस्था सुनिश्चित की जाय ।
10ण् किसान की लागत के अनुसार कृषि उपज का विक्री मूल्य निर्धारित हो
11ण् बुंदेलखंड क्षेत्र में वैकल्पिक आजीविका के उपाय किये जायें ।
12ण् बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी लघु सीमान्त कृषको को बी0पी0एल0 कार्ड धारक माना जाय।
अतः उक्त के संधर्भ में आपसे निवेदन ही की एन मांगो को अपने राजनैतिक मुद्दों में शामिल कर सरकार बन्ने के उपरान्त इन पर कार्यवाही शीघ्रतीशीघ्र सुनिश्चित करने का कष्ट करें। बुन्देलखण्ड के किसान अपनी अपनी समस्याओ के समाधान हेतु आप पर एवं आपकी सरकार पर निर्भर हैंए कृपया भारत के मूल स्तम्भ रहे किसानो को इस दुर्दशा से निजत दिलाकर उचित अधिकार प्रदान करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com