भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग के सामने प्रदेश की खस्ता हाल सड़कों की बात उजागर होने पर सरकार को जबर्दश्त तरीके से घेरा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि जिलाधिकारियों द्वारा प्रदेश की खराब सड़कों का रोना सपा सरकार की अच्छी सड़कों के दावे की पोल खोलती है। उन्होने सरकार पर आरोप लगाया कि सड़कों को ठीक करने के नाम पर खर्च किये गये अरबों रूपये कहाँ गये? प्रदेश की खस्ताहाल सड़के सपा सरकार के झूठ का पर्दाफाश करती है। इस झूठ का खुलासा सरकार के ही अधिकारियों द्वारा किया जाना निशिचत तौर पर सपा सरकार के मुहँ पर तमाचा है।
डा0 मिश्र ने चुनाव आयोग से कहा कि प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अभी भी सपार्इ मानसिकता से ग्रस्त है तथा केवल भाजपा के कार्यकर्ताओं का चुनाव आचार संहिता के नाम पर उत्पीड़न कर रहे है। उन्होने चुनाव आयोग से मांग की कि चुनाव की घोषणा से कुछ समय पहले सपा सरकार द्वारा किये गये एक मुश्त तबादलों की निष्पक्ष जांच कर सपार्इ मानसिकता वाले अधिकारियों को तुरन्त हटाये। उन्होने आयोग से मांग की कि चुनाव आचार संहिता के मानकों का आयोग प्रदेश के प्रमुख अखबारों में प्रकाशन कराये ताकि आम आदमी को आचार संहिता के नियमों की जानकारी हो सके और पुलिस-प्रशासन उनका उत्पीड़न न कर सके। उन्होंने यह भी मांग की कि पक्षपात करने वाले पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की शिकायतों के लिए आयोग एक काऊण्टर बनाये तथा शिकायत का निपटान 24 घण्टे के अन्दर करें।
डा0 मिश्र ने सरकार द्वारा राजनैतिक विद्वेष में दर्ज किये मामलों के लिए जिम्मेदार पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी को तत्काल दणिडत करने की व्यवस्था चुनाव आयोग से करने को कहा। डा0 मिश्र ने कहा कि सपा की सरकार मे एक तरफ खराब सड़के तो दूसरी तरफ पक्षपात करने वाली सरकार के समय निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव करा पाना चुनाव आयोग के लिए एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सख्ती से पेश आये और सपा सरकार को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कड़ा संदेश दे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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