समता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में डा0 राममनोहर लोहिया के जन्म दिन पर गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी का विषय डा0 राममनोहर लोहिया की नीतियों की प्रासंगिकता। गोष्ठी का शुभारम्भ समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो0 के0के0 त्रिपाठी ने डा0 राममनोहर लोहिया के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित के साथ किया।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि डा0 लोहिया का जीवन देशवासियों के लिए एक खुली किताब है उन्होने पूरा जीवन समाज के दबे, कुचले, पिछड़े, वंचित एवं शोषित समाज को बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष किया। भारतीय राजनीति में छाए कुहासे को हटाने के लिए राम और कृष्ण के चरित्र को बेदाग ढंग से जनता के सामने पेश किया। इसी तरह द्रौपदी के माध्यम से पुरूष प्रधान भारतीय मानसिकता के छवि को तार-तार किया है। इतिहास चक्र में उन्होने दो महत्वपूर्ण बातें बड़ी शिददत से उठायी हैं। एक इतिहास में जाति, वर्ग में और वर्ग जाति में तब्दील होते रहे हैं। दूसरा उन्होने सामाजिक न्याय को प्रमुखता से भारतीय राजनीति जगह दिलार्इ। प्रो0 त्रिपाठी ने आगे बताया कि गोवा की आजादी के लिए भी आगे बढ़-चढ़कर पहल की वे पुर्तगाल के वर्चस्व में पड़े गोवा मे अनधिकृत रूप से प्रवेश किए एवं गिरफतारी देकर देश को इस बात के लिए मजबूर किया कि देश की जनता को इस बात को सोचने के लिए मजबूर किया कि देश का यह हिस्सा अभी भी गुलामी के बन्धन में है। उन्होने नया समाज बनाने के लिए विकेनिद्रत सत्ता, चौखम्भा राज, दाम बांधो आन्दोलन पर जोर देते थे। डा0 लोहिया सड़ी गली व्यवस्था के लिए संघर्ष, रचना और वोट के साथ फावड़ा और जेल का सुझाव समाजवादियों को दिया।
गोष्ठी को समता पार्टी के उपाध्क्षता मनोराम मिश्रा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि डा0 लोहिया के संघर्ष और नीतियों को नवजवानो तक पहुंचाने के लिए पूरे सूबे में समता पार्टी गोष्ठी आयोजित करे जिससे नवजवानो को लोहिया के विचारो, सिद्धान्तो से अवगत कराया जा सके।
प्रवक्ता आशीष श्रीवास्तव ने गेाष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि डा0 लोहिया का मानना था कि सामाजिक और आर्थिक यथा सिथति को तोड़ने के लिए गैर कांग्रेसवाद ही अनितम विकल्प है। डा0 लोहिया के गैर कांग्रेसवाद आन्दोलन के फलस्वरूप 1967 में कांग्रेस को भारी पराजय का सामना करना पड़ा। गोष्ठी के अध्यक्ष मयंकेश्वर त्रिपाठी ने कहा कि सभी राजनैतिक दलों को एक मंच पर लाकर देश को भ्रष्टाचार व घोटालों से मुक्ती दिलाने की पहल करनी होगी तभी देश का भला होगा।
गोष्ठी में उपसिथत समता पार्टी के पदाधिकारियों ने सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पास किया कि डा0 लोहिया के जन्म स्थलीय अम्बेडकरनगर आज समाजवादी सरकार के शासनकाल में सबसे अधिक उपेक्षित है आवश्यकता है कि डा0 लोहिया की जन्म स्थली होने के कारण अम्बेडकरनगर का नाम लोहिया नगर किया जाय। यह भी निर्णय लिया गया कि अम्बेडकरनगर जिले का नाम डा0 राममनोहर लोहिया नगर किए जाने के लिए समता पार्टी लोकसभा चुनावों के बाद लोहिया के जन्म स्थलीय से संघर्ष का विगुल फूंकेगी।
गोष्ठी में प्रमुख रूप से बी0डी0लाल, मो0 नदीम हसनैन, मो0 इसहाक खां, मुंशी इन्द्रप्रकाश, दिनेश यादव, डा0 आर0पी0 शुक्ला, श्रीमती वृन्दा पाण्डेय, डा0 एस0 मिश्रा, नन्दकिशोर मिश्रा, गनेश तिवारी, आरिफ मोहम्मद, सुनील त्रिपाठी आदि ने भी सम्बोधित किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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