समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि चुनावी मौसम में मतदाता को रिझाने के लिए कांग्रेस और भाजपा अब नए-नए प्रपंच रच रहे हैं। वोट के लिए उन्हें अल्पसंख्यक और पिछड़े याद आ रहे हैं। सच्चर कमेटी की सिफारिशें उन्हें पांच साल तक नहीं सूझी। संसद में जब श्री मुलायम सिंह यादव ने सच्चर कमेटी से संबंधित सवाल पूछे, कांग्रेस सरकार ने कोर्इ जवाब नहीं दिया। कांग्रेस ने सच्चर कमेटी बनार्इ थी और उसने ही कमेटी की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डाल दिया। सच्चर कमेटी ने मुसिलमो की हालत दलितों से बदतर बतार्इ थी उस पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
कांग्रेस मुसिलमों को सिर्फ वोट बैंक मानती रही है। आजादी के 66 वर्षो में पांच दशक से ज्यादा कांग्रेस का ही केन्द्र में राज रहा है। इसने मुसिलमो की दशा पर कभी ध्यान नहीं दिया। उनकी आज जो हालत है उसके लिए कांग्रेस ही निशिचत रूप से दोषी मानी जाएगी। कांग्रेस के नेता पिछले विधान सभा चुनावों में भी मुसिलमों के आरक्षण कोटे को लेकर सिर्फ बयानबाजी करते रहे। अपने इरादो को अमली जामा पहनाने से कांग्रेस हमेशा बचती रही है। दरअसल उसकी नीयत ही इस मामले में ठीक नहीं रही है।
जहा तक भाजपा का सवाल है वह सांप्रदायिकता का जहर फैलाने की राजनीति करती है। भाजपा और उसका मूल संगठन आरएसएस मूलत: मुसिलम विरोध की ही राजनीति करते आए हैं। दोनों संगठन द्विराष्ट्रवाद के हिमायती हैं। सच्चर समिति का भाजपा विरोध करती रही है। अब चुनाव के मौके पर भाजपा कह रही है कि कांग्रेस के शासन में मुसलमानों के साथ जो नाइंसाफी हुर्इ है उसे वह सत्ता में आने पर इंसाफ में बदलेगी। भाजपा का यह लुभावना प्रस्ताव सिर्फ मुसिलम वोट हथियाने की साजिश है। भाजपा समझती है कि इस देश का मुसलमान गुजरात के दंगों को भूल जाएगा जिसमें हजारों मुसिलमों का कत्ले आम हुआ हैं। गुजरात में मुसिलम समाज आज भी इंसाफ के लिए तड़प रहा है।
समाजवादी पार्टी का मानना है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ही दल मुसिलमों को उनके हक से वंचित रख रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने मुसिलमो को सम्मान देने के साथ उनकी भाषा, संस्कृति की भी रक्षा की है। यहां तक कि बाबरी मसिजद बचाने में श्री मुलायम सिंह यादव ने अपनी सरकार गंवाने की भी परवाह नहीं की थी। समाजवादी पार्टी सरकार में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मुसिलम बेटियों को पढ़ार्इ और शादी के लिए अनुदान, कबि्रस्तान की मरम्मत और चहारदीवारी का निर्माण, नौजवानों को प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफत कोचिंग, छात्रावास की सुविधा देने के साथ 30 विभागों में संचालित 85 योजनाओं को समिमलित करते हुए इनमें 20 प्रतिशत स्थान मुसिलमो को देने का निर्णय लिया है।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने सच्चर कमेटी की संस्तुति के आधार पर मुसिलमो के हित में राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलार्इ है ताकि उनको भी समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके। हज यात्रियों की सुविधा के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गर्इ है। अरबी, फारसी मदरसों को मान्यता दी गर्इ है। जौहर शोध संस्थान की स्थापना एक ऐतिहासिक कदम है। कांग्रेस भाजपा की बयानबाजी और बहानेबाजी को अब जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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