भारतीय जनता पार्टी ने ने प्रदेश सरकार पर धर्मविशेष के लोगों की दबंगर्इ के आगे लाचार होने का आरोप लगाया है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्र मोहन ने कहा कि पूरे प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के दबंग लोग अत्याचार कर रहे है और प्रदेश की समाजवादी सरकार वोट बैंक की लालच में हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन ने कहा कि ऐसे समय जबकि आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है इसके बाद भी समाजवादी दबंगो का कहर जारी है। श्रावस्ती से सपा प्रत्याशी व बहुबली अतीक अहमद ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की निर्माणाधीन चहरदीवारी को अपने गुर्गो के सहयोग से ढहवा दिया। कारण केवल इतना भर था कि वहां पड़ोस में उनका चुनाव का कार्यालय खुला है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मोहन कहा कि यदि दीवार से कोर्इ वैधानिक परेशानी थी उसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से की जा सकती थाी और प्रशासन के लोग इस मामले का कोर्इ हल निकालते, लेकिन अपनी गुण्ड़ो की फौज से दीवार ढ़हाकर सपा प्रत्याशी बहुबली अतीक अहमद ने जो नग्न प्रदर्शन किया है। उसके कारण इलाके में दहशत का माहौल है और यही दहशत पैदा करना ही अतीक को मुख्य उददेश्य था। डा0 मोहन ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी की गर्इ उक्त दबंगर्इ को चुनाव आयोग संज्ञान में ले तथा दोषियों के ऊपर कड़ी कार्रवार्इ करें।
इसके अलावा 6 मार्च को इलाहाबाद जिले के नवाबगंज थाने के मुबारकपुर गांव के अल्पसंख्यकों द्वारा किए गये बर्बर ताण्डव की भी प्रदेश प्रवक्ता ने कड़ी निन्दा की। उन्होने कहा कि जब नरहा गांव के महादासापुर और बुडढू का पुरवा गांव के रामनारायण उर्फ मुखिला यादव तथा शंकर लाल आदि अपने जानवारों को चराने को गये थे तो मुबारकपुर के अल्पसंख्यक गुण्ड़ों ने उन्हे बुरी तरह मारकर भगा दिया। इसके बाद भी उन्हें संतोष नही हुआ और उक्त गुण्ड़ों ने 30-35 की संख्या में घोड़े पर सवार होकर बहुसंख्यक गांवों में हमलाकर दिया और गोलियां बरसाने लगे। जब लोग गांव छोड़कर भाग गये या घर के अन्दर बन्द हो गये तब भी उनकी दरिंदगी नही रूकी, उन्होने वहां मौजूद बूढ़ी महिलाओं को नही बख्शा और उन्हें बुरी तरह पीट दिया। दबंगों की हैवानियत की हद तो तब पार हो गयी जब अल्पसंख्यकों ने उक्त गांवों के गायों की पूंछे काट ली।
डा0 मोहन ने कहा पूरे प्रदेश में धार्मिक कटटरता की चरम सीमा चल रही है और प्रदेश सरकार उसे बढ़ावा देने में लगे है। गायों की पूंछ काटकर अल्पसंख्याकों ने बहुसंख्यकों के ऊपर गहरा धार्मिक आघात किया है, क्योंकि गाय हिन्दू धर्म की आस्था से जुड़ी है। अगर समय रहते प्रशासन न चेता और दोषियों की गिरफ्तारी नही किया तो इस घटना की गंभीर प्रतिक्रिया हो सकती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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