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उत्तर प्रदेश को देश का सर्वाधिक अन्न उत्पादन का पुरस्कार

Posted on 05 March 2014 by admin

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में कृषि एवं किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग को वर्ष 2012-13 में सर्वाधिक अन्न, 508.38 लाख टन, उत्पादन करने पर ‘प्रशंसा पुरस्कार 2012-13 से केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किया गया।
कृषि मंत्री श्री आनन्द सिंह ने बताया कि प्रदेश में सर्वाधिक अन्न उत्पादन में सहायक कृषि से संबंधित उत्साहवर्धक, विशेष नीतियों के क्रियान्वयन जैसे-धान की ड्रमसीडर से बुवार्इ, पूर्वी उत्तर प्रदेश में गेहूं की लाइनों बुवार्इ, मृदा परीक्षण, खेतों में संतुलित खाद, बायो पेस्टीसाइड, पी0एस0बी0 कल्चर, गुणवत्तायुक्त कृषि निवेशों की समय पर उपलब्धता का उत्पादन पर लाभकारी प्रभाव रहा। इसके अतिरिक्त मण्डलों एवं जनपदों में किसान महोत्वों के आयोजन, पबिलक प्राइवेट माडल के माध्यम से कृषि कार्य, आत्मा संदेश, कृषि चितन्तन आदि पत्रिकाओं के द्वारा कृषि संबंधित नीतियों, कार्य-कलापों के किसानों में व्यापक प्रचार-प्रसार, किसान सम्मान आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
उत्तर प्रदेश में गत वर्ष से उत्पादन एवं उत्पादकता की वृद्धि महत्वपूर्ण रही है। वर्ष 2012-13 की वर्ष 2011-12 की तुलना में सर्वाधिक उत्पादन 508.38 लाख टन उत्पादकता 2547 किग्रा0 प्रति हे0, जबकि गत वर्ष में उत्पादन 502.84 लाख टन 2448 किग्रा0 प्रति हे0 उत्पादकता रही। चावल का सर्वाधिक उत्पादन 144.13 लाख टन, उत्पादकता 2459 किग्रा0 प्रति हे0 जब कि गत वर्ष उत्पादन 140.22 लाख  टन,  उत्पादकता  2358  किग्रा0  प्रति  हे0  रही है।
गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन 303.02 लाख कु0 गत वर्ष गेहूं उत्पादन 302.93 लाख कुन्टल रहा है। मोटे अनाजों का सर्वाधिक उत्पादन 36.90 लाख टन, उत्पादकता 1845 किग्रा0 प्रति हे0 जबकि गत वर्ष 35.16 तथा उत्पादकता  17.51 किग्रा0 प्रति हे0 रही है। प्रदेश के सर्वाधिक अन्न उत्पादन में गेहूं, चावल, दलहन  एवं मोटे अनाजों को शामिल किया गया है।
इस प्रकार यह सिद्ध होता है कि प्रदेश में कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि लाने में संतुलित खाद, गुणवत्तायुक्त कृषि निवेश, खाद, बीज, कृषि रक्षा रसायन, नर्इ तकनीक, आधुनिक कृषि यंत्र, किसानों को कृषि संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने आदि की बहुमुखी कृषि उपयोगी नीतियों के क्रियान्वयन का अन्न उत्पादन पर सुखद प्रभाव रहा है। यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के द्वारा फरवरी 2014 को उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव कृषि श्री देवाशीष पाण्डा एवं कृषि निदेशक श्री डी0एम0सिंह ने प्राप्त किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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