एक वर्ष से नहीं हुआ एलॉटमेंट
सरकारी खाद्यान्न को सड़ाने व घटिया बनाने में सरकार भी कम दोषी नहीं है। पुराने चावलों का वितरण कार्डधारकों में नहीं कराकर नये चावलों का एलाटमेंट कर रही है। जिनसे प्रदेश के एफसीआई की गोदामों में लाखों कुन्तल चावल डप पड़ा है। जिले की छह गोदामों में भी डेढ़ लाख कुन्तल चावल साल भर से रखा हुआ है। जिले में हर माह लगभग 76846.70 कुन्तल चावल की जरूरत बीपीएल व अन्त्योदय तथा एमडीएम के लिए होती है। जिसका एलॉटमेंट प्रत्येक माह खाद्य विभाग से होता है।
चावल की आपूर्ति के लिए प्रत्येक वर्ष धान की खरीद भी की जाती है और राइस मिलों से लेबी का चावल खरीदा जाता है, किन्तु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते गोदामों में डप पड़ा खाद्यान्न का एलॉटमेंट समय पर नहीं हो पाता है, जिससे खाद्यान्न की क्वालिटी पर असर पड़ रहा है।
एक वर्ष पूर्व जिले के एफसीआई की गोदाम मण्डी जोगाबीर, पयागीपुर व महानपुर में लगभग डेढ़ लाख कुन्तल चावल रखा गया था, किन्तु एलॉटमेंट अब तक नहीं हो पाया है, जिससे अधिकतर बोरियों में घुन चलने लगे हैं। महीनों से डप पड़े चावल के खराब होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। विभागीय सूत्रों की माने तो इस वर्ष भी पुराने चावल का एलॉटमेंट नहीं हो सकेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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