सघन मिनी डेयरी परियोजना को बढ़ावा देने हेतु उ0प्र0 सरकार ने मिनी डेयरी स्थापित करने के लिये परियोजना इकार्इ लागत तथा अनुदान धनराशि में वृद्धि की है। इस परियोजना को संचालित करने के लिए दो दुधारू पशुओं की एक से पाँच इकाइयाँ चुनकर दो से दस पशुओं का क्रय कर मिनी डेयरी स्थापित कर सकते हैं। सघन मिनी डेयरी परियोजना के अन्तर्गत दो दुधारू पशुओं की इकार्इ लागत एक लाख तीन हजार रुपये तथा दस दुधारू पशुओं की इकार्इ लागत 5.15 लाख रुपये निर्धारित की गयी है।
सघन मिनी डेयरी परियोजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों हेतु इकार्इ लागत का 33 प्रतिशत अर्थात दो पशुओं की एक इकार्इ पर 33990 रुपये एवं दस पशुओं की इकार्इ पर अधिकतम 187770 रुपये एवं अन्य वगोर्ं के लाभार्थियों को 25 प्रतिशत अर्थात दो पशुओं की एक इकार्इ पर 25750 रुपये तथा दस पशुओं की इकार्इ पर अधिकतम 1,42,250 रुपये शासकीय अनुदान प्रदत्त किया जाता है। परियोजना के अन्तर्गत क्रय कराये गये गये दुधारू पशुओं का बीमा मास्टर पालिसी के अन्तर्गत कराये जाने का प्राविधान है।
ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादकता एवं दुग्ध उत्पादन वृद्धि के साथ व्यवसाय के माध्यम से दीर्घकालीन रोजगार सृजन हेतु 55 जिलों में सघन मिनी डेयरी परियोजना संचालित की जा रही है। सरकार द्वारा सघन मिनी डेयरी की स्थापना के लिये इच्छुक लाभार्थियों को अनुदान, बैंक ऋण सुविधायें पशुओं के रहने हेतु पशुशालाओं के निर्माण, पशुओं को पौषिटक चारे की उपलब्धता हेतु पशुचारा विपणन केंद्र, चारा निर्माणशालाओं की इकाइयों के निर्माण की व्यवस्था की गयी है। सघन मिनी डेयरी परियोजना से जुड़े दुग्ध व्यवसाय के लाभार्थियों को प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया जाता है। लाभार्थियों ने दूध व्यवसाय से जुड़कर अपनी शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक सिथति मजबूत करने के साथ लाभार्थी विकास की मुख्यधारा से जुड़कर प्रगति पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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